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"छात्र तेजी से नोट गिनने वाली मशीन बनाएं…": कांग्रेस सांसद धीरज साहू मामले में बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

खास बातें

  • साहू के ठिकानों से 176 बैग में जब्त किए गए नोट
  • 65 कर्मियों ने 2 शिफ्ट में 40 मशीनों से पूरी की गिनती
  • जगदीप धनखड़ ने IIT-ISM के छात्रों से की अपील

नई दिल्ली:

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू (Dhiraj Prasad Sahu) के ठिकानों पर इनकम टैक्स (Income Tax) की टीम ने छापेमारी कर 353 करोड़ रुपये बरामद किए हैं. इस मामले को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankar) का एक बयान चर्चा में है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने टेक्नोलॉजी के छात्रों से आग्रह किया कि वो भविष्य में एक ऐसी मशीन बनाए, जो बिना रुके तेजी से अनगिनत नोट गिन सके. धनखड़  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स में रविवार को 43वां दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे.

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झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और उद्योगपति धीरज प्रसाद साहू के रांची समेत कई शहरों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की थी. साहू के ठिकानों से 176 बैग में भरकर नोट जब्त किए गए. इन नोटों को गिनने में 5 दिन लगे और 65 कर्मियों ने 2 शिफ्ट में 40 मशीनों से गिनती पूरी की. गिनती के बाद कुल 353.50 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसी पर बयान दिया है.

धनखड़ ने कहा, “देश में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है. सत्ता के गलियारों को भ्रष्ट तत्वों ने बेअसर कर दिया है. पहले लोग सोचते थे कि वे कानून से ऊपर हैं. अब कोई भी कानून से बच नहीं सकता है.”

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने धीरज साहू के झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल स्थित 10 ठिकानों पर 6 दिसंबर को छापा मारा था, जो रविवार तक जारी रहा. 

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इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विशिष्ट अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने 39 गोल्ड मेडलिस्ट छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी ने IIT-ISM धनबाद जैसे महान संस्थान में पढ़ाई की है. आज जो डिग्री आपने हासिल की है, वह सिर्फ आपकी एकेडमिक प्रोग्रेस का सर्टिफिकेट नहीं है. ये आपके समर्पण, दृढ़ता और क्षमता का प्रतीक है. इस क्षमता का आपको पूरी तरह से देश के प्रगति में योगदान करना है.”

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