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"ये अधिकार सिर्फ हमारे पास…": गारी गाती हुईं मिथिला से अयोध्या पहुंचीं महिलाएं, ट्रकों में भरकर लाए गए उपहार

नई दिल्ली:

22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होना है. इसे लेकर पूरे देश में तैयारी चल रही है. दूर-दूर से लोग इस कार्यक्रम से पहले ही अयोध्या पहुंच रहे हैं. भगवान राम के ससुराल सीतामढ़ी और मिथिला से पानी, मिट्टी से लेकर वस्त्र और गहने रविवार को अयोध्या पहुंचा. खुद रामजन्म भूमि के ट्रस्टी चंपत राय (Champat Rai) ने भेंट को स्वीकार किया. खास बात ये है कि मिथिला की महिलाएं गारी गाते हुए अयोध्या पहुंची. इस दौरान मिथिला से आईं महिलाएं सिर पर मिठाई रखकर गारी गाते हुए मंदिर तक पहुंची. ऐसी मान्यता है कि.भगवान राम को गारी गीत देने का अधिकार सिर्फ मिथिला के लोगों को ही है. 

दरभंगा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि गारी देने का अधिकार भगवान राम को केवल मिथिला के लोगों को हैं..बड़े सुंदर तरीके से हम लोग गारी गीत गाते हैं. मान्यता है कि पाहुन राम जी चाव से इसे सुनते थे. 

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दर्जनों ट्रक में पहुंचा है उपहार

गौरतलब है कि भगवान राम की ससुराल मिथिला मानी जाती है शुभ काम में ससुराल से अनाज मिठाई और अंग वस्त्र पहुंचाने की परंपरा सदियों से रही है. ऐसे में जब राम जी का गृह प्रवेश हो रहा हो तब मिथिला के वासी क्यों पीछे रहते. यही वजह है कि कड़ाके की ठंड में सैकड़ों किमी का सफर तय करके रविवार को सुबह नाचते गाते सीतामढ़ी और दरभंगा के लोग दर्जनों ट्रक उपहार लेकर अयोध्या पहुंचे. 

मिथिला से आए ‘भार’ से अयोध्या में भर गए 2 गोदाम

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 राम जन्मभूमि न्यास के उपाध्यक्ष चंपत राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मिथिला से सामान इतना पहुंचा है कि कारसेवक पुरम के दो गोदाम भर गए हैं. भारी मात्रा में सोने चांदी के समान पहुंचे हैं.  बताते चलें कि राम चंद्र जी और सीता जी का जुड़ाव जहां जहां से वहां वहां से श्रद्धालु सामान अयोध्या पहुंचा रहे हैं. .21 केजी के 51 खड़ाऊं …सोने चांदी के सीता मां के आभूषण…पंच तत्व से बना 24 टन का घंटा, भारी मात्रा में घी, सोने से बने मुकुट, भगवान की मूर्तियां से लेकर मिट्टी, तुलसी और पानी तक पहुंच चुका है. 

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