मणिपुर में एक और ड्रोन बम हमले में तीन जख्मी, इलाके में फैला तनाव
इंफाल/गुवाहाटी/नई दिल्ली:
मणिपुर (Manipur) के सेनजम चिरांग में आज एक और ड्रोन बम हमले में तीन लोग घायल हो गए. मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने एक्स पर एक बयान में यह जानकारी दी है. साथ ही कहा है कि सुरक्षा बल इलाके में हैं. यह ताजा हमला “संदिग्ध कुकी विद्रोहियों” द्वारा लॉन्च कई ड्रोनों द्वारा इंफाल पश्चिम जिले के कौट्रुक गांव में बम गिराए (Manipur Dron Attack) जाने के एक दिन बाद हुआ है.
इंफाल पश्चिम जिले के सेनजम चिरांग में आज शाम 6.20 बजे ड्रोन से दो बम गिराए गए. तीन घायलों में से एक की पहचान वाथम सनातोनबी देवी के रूप में हुई है. बम हमले के कारण उनके घर में छेद हो गया.
Today (02.09.2024) in a similar bomb attack using drones at Senjam Chirang Maning Leikai, Imphal West District, three civilians were injured. Security forces are in the area to repulse the attack.
— Manipur Police (@manipur_police) September 2, 2024
आईआरबी की चौकी पर हमला, हथियार छीने
वहीं अज्ञात लोगों ने सोमवार सुबह 4 बजे इंफाल पूर्वी जिले के सगोलमांग में इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) की एक चौकी पर भी हमला किया. सूत्रों ने बताया कि भागने से पहले उन्होंने दो असॉल्ट राइफलें और एक हल्की मशीनगन छीन ली.
संदिग्ध कुकी विद्रोहियों की ओर से कल की गई गोलीबारी और ड्रोन हमलों में दो लोगों की मौत हो गई थी और 12 साल की एक लड़की सहित नौ लोग घायल हुए थे. घायल लड़की मरने वाली एक महिला की बेटी थी. उसकी मां के सिर में गोली लगी थी.
इंफाल घाटी में सिविल समूहों और तलहटी के पास के निवासियों का सवाल है कि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद ड्रोन हमले क्यों हो रहे हैं.
BJP विधायक ने केंद्रीय गृह मंत्री को लिखा पत्र
मणिपुर के भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने आज केंद्र से कहा कि यदि उनकी मौजूदगी हिंसा को रोकने में विफल रहती है तो राज्य से केंद्रीय बलों को हटा लिया जाए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में इमो सिंह ने कहा कि यदि केंद्रीय बल परिणाम देने में विफल हैं तो जातीय हिंसा प्रभावित राज्य में शांति बहाली के प्रयासों में राज्य के सुरक्षाकर्मियों को कार्यभार संभालने की अनुमति दी जानी चाहिए.
Mailed to Union Home Minister Shri @AmitShah to take immediate action in the interest of the people of Manipur. Home Ministry has to act on priority.
1. It seems the presence of around 60000 central forces in Manipur is not yielding peace, thus it’s better to remove such forces… pic.twitter.com/qyqn5vleqV
— Rajkumar Imo Singh (@imosingh) September 2, 2024
इसके साथ ही उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “मणिपुर में करीब 60 हजार केंद्रीय बलों की मौजूदगी के बावजूद शांति नहीं है. इसलिए ऐसी ताकतों को हटाना बेहतर है, जो ज्यादातर मूकदर्शक के रूप में मौजूद हैं.”
उन्होंने कहा, “हम असम राइफल्स की कुछ इकाइयों को हटाने की कार्रवाई से खुश हैं, जो राज्य सरकार और जनता के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे, लेकिन अगर यह और अन्य केंद्रीय बलों की उपस्थिति हिंसा को नहीं रोक पाती है तो उन्हें हटाना और राज्य बलों को कार्यभार संभालने और शांति लाने के लिए को अनुमति देना बेहतर है.”
सुरक्षाबलों ने शुरू किया तलाशी अभियान
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने कुकी बहुल कांगपोकपी और मैतेई बहुल इंफाल पश्चिम जिले के बीच के इलाकों में आज संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद हमला हुआ.
गृह विभाग ने कल एक बयान में कहा था कि निहत्थे ग्रामीणों पर हमले बख्शे नहीं जाएंगे. इसमें कहा गया कि हमले ऐसे समय में हुए जब सरकार शांति लाने के लिए काम कर रही है.