मछली पकड़ते थे ट्रंप के नाना, मां को करना पड़ा था घरेलू सहायिका का काम, जानें पूरी परिवार की कहानी
नई दिल्ली:
Donald Trump complete profile and life family history: डोनाल्ड ट्रंप ने दिन पहले ही अमेरिका में आए राष्ट्र्पति के चुनाव में कमला हैरिस को हरा दिया है. वे अब अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे. 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर ट्रंप ने अपने प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस के खिलाफ चुनावी प्रचार में अहम भूमिका निभाने वाले सभी का धन्यवाद दिया. वे अपने परिवार के लोगों को मंच लाए और चुनावी जीत में उनके योगदान की भी सराहना की. ट्रंप की जीत के बाद उनके माता पिता से लेकर दादा दादी और नाना नानी तक के बारे में जानकारी साझा की जा रही हैं.
कौन थीं डोनाल्ड ट्रंप की मां और क्या करती थीं
सबसे पहले बात डोनाल्ड ट्रंप की मां के बारे में करते हैं. डोनाल्ड ट्रंप की मां मेरी अने मक्लाउड थीं. मेरी के पिता मैलकम एक पोस्ट ऑफिस चलाते थे और बाद के सालों में उन्होंने एक दुकान शुरू की थी.पहले विश्व युद्ध के दौरान यहां के लोगों की ज़िंदगी काफी मुश्किल हो गई थी. मेरी हब्रिडिएन आइलैंड ऑफ़ लुइस में पली-बढ़ीं थीं, लेकिन बाद में वह काम की तलाश में न्यूयॉर्क आ गई थीं. बताया जाता है कि मेरी अने उन दसियों हज़ार स्कॉटिश लोगों में से एक महिला थीं जिन्होंने 20वीं सदी के आर्थिक संकट से बचने के लिए अमेरिका का रुख किया था.
मां ने किया घरेलू सहायिका का काम
न्यूयॉर्क में एक अमीर परिवार में मेरी अने को घरेलू सहायिका का काम मिल गया था. लेकिन, 1929 के वॉल स्ट्रीट क्रैश में अमेरिका में मंदी आई और मेरी के हाथ से नौकरी निकल गई. इसके बाद मेरी को फिर से काम की तलाश हुई और उसे 1934 में स्कॉटलैंड जाना पड़ा. यहां पर उनकी मुलाक़ात फ्रेडरिक ट्रंप से हुई और जिसके बाद दोनों न्यूयॉर्क चले गए.
प्रॉपर्टी डीलर से ट्रंप की मां ने की शादी
डोनाल्ड जॉन ट्रंप का जन्म 14 जून 1946 को न्यूयॉर्क शहर के क्वींस में हुआ था. उनकी मां मैरी ऐनी मक्लाउड ट्रंप और पिता फ्रेडरिक क्राइस्ट ट्रंप सीनियर के पांच बच्चे थे. डोनाल्ड जॉन फ्रेडरिक और मेरी की 5 संतानों में से ट्रंप चौथे नंबर पर आते हैं. ट्रंप की मां स्कॉटलैंड में पैदा हुई थीं और 1930 में प्रवासी के तौर पर अमेरिका आ गईं. उनके पिता का जन्म न्यूयॉर्क शहर में हुआ था जो जर्मन अप्रवासियों के बेटे थे.
ट्रंप के दादा नाई और नाना मछुआरे थे
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक डोनाल्ड के दादा-दादी फ्रेडरिक ट्रंप और एलिजाबेथ क्राइस्ट ट्रंप थे. डोनाल्ड ट्रंप के दादा फ्रेडरिक ट्रंप जर्मन नाई, रेस्तरां मालिक और प्रॉपर्टी डीलर थे. बताया जाता है कि फ्रेडरिक ट्रंप और पत्नी एलिजाबेथ दोनों का जन्म दक्षिण-पश्चिमी जर्मनी के पफाल्ज क्षेत्र के छोटे से शहर कल्स्टेड में हुआ था. नौकरी और काम की तलाश में 1880 के दशक में युवा फ्रेडरिक ने यूरोप छोड़ दिया था. वह वाशिंगटन और युकोन में होटल-रेस्तरां खोलना चाहते थे. 1901 में एलिजाबेथ से शादी होने के बाद यह जोड़ा न्यूयॉर्क चला गया.
डोनाल्ड ट्रंप के कितने भाई बहन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप के कुल पांच भाई-बहन हैं. मैरीएन ट्रंप, फ्रेडरिक सी ट्रंप जूनियर, एलिजाबेथ जे ट्रंप, डोनाल्ड ट्रंप और रॉबर्ट एस ट्रंप हैं. रॉबर्ट ट्रंप ऑर्गनाइजेशन में एक शीर्ष कार्यकारी अधिकारी रहे हैं. मैरीएन ट्रंप संघीय न्यायाधीश रहीं हैं. डोनाल्ड ट्रंप की एकमात्र जीवित बहन एलिजाबेथ हैं. उनके भाई फ्रेड एक एयरलाइन पायलट रहे और 1981 में शराब की लत से उनकी मौत हो गई थी. वहीं रॉबर्ट ट्रंप का 2020 में निधन हो गया था.
डोनाल्ड ट्रंप ने की तीन शादियां
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पहली पत्नी इवाना ट्रंप से 1977 में विवाह किया था, जो चेक-अमेरिकी मॉडल और कारोबारी थीं. यह शादी 1992 तक चली. उनके तीन बच्चे हुए डोनाल्ड जूनियर, एरिक और इवांका. 2022 में 73 वर्ष की आयु में इवाना की मौत हो गई थी.
डोनाल्ड की दूसरी पत्नी अमेरिकी अभिनेत्री और मॉडल मार्ला मेपल्स थीं. 1993 में ट्रंप की शादी 60 साल की मेपल्स से हुई लेकिन यह रिश्ता केवल तीन सालों तक ही चला. उनकी एक बेटी है, टिफनी.
डोनाल्ड ने अपनी तीसरी और वर्तमान पत्नी मेलानिया ट्रंप से 2005 में शादी की थी. मेलानिया, स्लोवेनियाई-अमेरिकी पूर्व फैशन मॉडल हैं. दोनों को एक संतान है. इनके बेटे बैरन का जन्म 2006 में हुआ.
कहां पढ़े ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप के माता-पिता ने 13 वर्ष की आयु में उन्हें न्यूयॉर्क शहर में स्थित न्यूयॉर्क मिलिट्री अकादमी में दाखिला दिलवाया था. डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क शहर में फोर्डहम विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और बाद में पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी चले गए. बताया जाता है कि पेंसिल्वेनिया में उन्होंने 1968 में अर्थशास्त्र में स्नातक किया. ट्रंप ने कॉलेज में दाखिला लेते समय ही अपने बिजनेसकी शुरुआत कर दी थी. उन्होंने फिलाडेल्फिया रियल एस्टेट में निवेश किया. 1968 में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद ट्रंप न्यूयॉर्क लौट गए और पिता के कारोबार में लग गए. बाद में 1970 के दशक में ट्रंप ने न्यूयॉर्क शहर के बाहर वर्जीनिया, ओहियो, नेवादा और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में संपत्तियां खरीदकर कारोबार बढ़ाया. ट्रंप ने 1970 के दशक के मध्य कंपनी का नाम बदलकर ट्रंप ऑर्गनाइजेशन कर दिया.
ट्रंप की पहली कारोबारी सफलता
1976 में ट्रंप ने पहला बड़ा कदम उठाते हुए दिवालिया हो चुके पेन सेंट्रल रेलरोड के कमोडोर होटल के मैदान पर ग्रैंड हयात होटल डेवलेप किया. इस के बाद 1980 के दशक में डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर के रूप में अपनी नाम कमाया . इसके बाद ट्रंप ने ट्रंप प्लाजा नामक 36-मंजिला सहकारी अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स और साथ ही ट्रंप टॉवर बनवाया. इसमें लक्जरी स्टोर और ट्रंप का अपना बहु-मंजिल निवास और कंपनी मुख्यालय बनाया. इसके साथ ही उन्होंने अटलांटिक सिटी, न्यू जर्सी में कैसीनो कारोबार में भी विस्तार किया.
बिजनेस में हुआ नुकसान
ऐसा नहीं कि ट्रंप ने लगातार तरक्की की. 2000 और फिर 2010 के दशक में उनकी कंपनियां दीवालिया भी हुईं. ट्रंप ने 2015 में राष्ट्रपति पद के लिए अपने अभियान की घोषणा की, तब तक उनके कसीनो का कारोबार पूरी तरह से बंद हो चुका था.
ट्रंप ने लिखी किताब
ट्रंप को लिखने का भी शौक है. घोस्ट राइटर्स के साथ ट्रंप ने कारोबार पर कई पुस्तकें प्रकाशित कीं. ये किताबें काफी पढ़ी गई. 1996 से 2015 तक वह मिस यूएसए, मिस टीन यूएसए और मिस यूनिवर्स सौंदर्य प्रतियोगिता के मालिक थे.
टीवी शो में भी ट्रंप ने किया कमाल
ट्रंप ने मनोरंजन उद्योग में भी अपना हाथ आजमाया. इसी दौरान उनका एक रियलिटी टेलीविजन शो ‘द अप्रेंटिस’ खूब चर्चित हुआ. यह शो 2004 से 2015 तक एनबीसी चैनल पर चला जिसमें ट्रंप ने खुद किरदार निभाया था.
ट्रंप पर चले हैं केस
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल के अधिकांश समय में एक साथ चार मुकदमों का सामना किया. इसमें 2016 के अपने अभियान के दौरान पोर्न स्टार स्टार्मी डेनियल्स को पैसे देने के आरोप से लेकर 2020 के चुनाव में अपनी हार को पलटने का प्रयास तक के आरोप शामिल रहे हैं. मई में न्यूयार्क की एक जूरी ने उन्हें डेनियल्स भुगतान से जुड़े व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का दोषी पाया था. इससे वह आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति भी बन गए हैं.
गौर करने की बात यह है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 24 अक्टूबर को एक साक्षात्कार में कह चुके हैं कि वह शपथ लेने के दो सेकंड के भीतर विशेष वकील जैक स्मिथ को बर्खास्त कर देंगे. यह बताना जरूरी है कि जैक स्मिथ वह वकील हैं जिन्होंने चुनावी हार को पलटने के प्रयासों और पद छोड़ने के बाद वर्गीकृत दस्तावेज अपने पास रखने के मामले में केस का नेतृत्व किया था. ट्रंप ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों पर कहा कि वह निर्दोष हैं और केस राजनीति से प्रेरित है.
ट्रंप पर दूसरा बड़ा मामला उनके पास पोर्न स्टार को चुप रहने के बदले पैसे देने का मामला भी चला था.इसमें ट्रंप को एडल्ट फिल्म अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को किए गए 130,000 डॉलर के भुगतान को छुपाने के लिए व्यावसायिक रिकॉर्ड में गड़बड़ी करने के लिए दोषी पाया गया था. यह पैसा 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेनियल्स को चुप रहने के लिए दिया गया था.
ट्रंप पर गुंडागर्दी के 34 आरोप हैं
अमेरिकी कानून के हिसाब से बिजनेस रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के आरोप में ट्रंप को चार साल तक की जेल की सजा हो सकती है. वहीं कुछ खबरों में दावा किया गया है कि ट्रंप पर गुंडागर्दी के 34 आरोप हैं, जिनकी सुनवाई राष्ट्रपति चुनाव के कुछ हफ्ते बाद 26 नवंबर को होगी. इसलिए कुछ लोग ट्रंप को ‘मोस्ट वान्टेड’ भी कहते हैं.
मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के ट्रायल डिवीजन के पूर्व प्रमुख करेन फ्रीडमैन एग्निफिलो ने कहा था कि अगर वह (ट्रंप) जीतते हैं, तो सभी आपराधिक मामलों को अलविदा कह देंगे. एबीसी न्यूज के अनुसार फ्रीडमैन ने यह भी कहा था कि चुनावों में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की जीत उनके लिए ‘जेल से मुक्त होने का कार्ड’ के रूप में काम करेगी.