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गोलान की पहाड़ियों पर यहूदियों की आबादी डबल क्‍यों करना चाहता है इजरायल, एक्‍सपर्ट से समझिए


नई दिल्‍ली:

गोलान हाइट्स एक बार फिर चर्चा है. सीरिया के गोलान हाइट्स में इजरायल कुछ ऐसा करने जा रहा है, जिस पर मुस्लिम देश तमतमा गए हैं. सीरिया में बशर अल-असद सरकार के तख्‍तापलट के बाद इजरायल ने अब गोलान हाइट्स में आबादी को बढ़ाने का फैसला किया है. गोलान हाइट्स के इजराइली-नियंत्रित क्षेत्र में लगभग 50 हजार लोग रहते हैं. इस क्षेत्र में यहूदियों और ड्रूज़ दोनों की समुदाय के लोग हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू की योजना अब इस क्षेत्र की आबादी को डबल करना है. नेतन्‍याहू सरकार ने इसके लिए 40 मिलियन शेकेल (11 मिलियन डॉलर) का निवेश करने को मंजूरी दे दी है. लेकिन खाड़ी के मुस्लिम देशों ने इजरायल की इस योजना की निंदा की है. आखिर, गोलान हाइट्स को लेकर इजरायल और सीरिया क्‍यों झगड़ते हैं? डिफेंस एक्‍सपर्ट कमर आगा बताते हैं कि गोलान हाइट्स इजरायल और सीरिया दोनों के लिए रणनीतिक महत्‍व रखता है. यहां से इजरायल पूरे दमिश्‍क पर निगरानी रखता है. इसलिए इजरायल यहां अपना दबदबा मजबूत रखना चाहता है.  

गोला हाइट्स क्या है?

गोलान हाइट्स दक्षिणी-पश्चिमी सीरिया में स्थित एक पहाड़ी इलाका है. इस पहाड़ी से सीरिया की राजधानी दमिश्‍क साफ-साफ दिखाई देती है. इजरायल और सीरिया दोनों जानते हैं कि ये इलाका राजनीतिक और रणनीतिक रूप से बेहद अहम है. इसलिए सीरिया, इस इलाके को इजरायल से वापस लेना चाहता है. बता दें कि इजराइल ने 1967 में सीरिया के साथ छह दिन की जंग के बाद गोलान हाइट्स पर अपना कब्ज़ा कर लिया था. तब से गोलान हाइट्स का ये हिस्‍सा इजरायल के पास ही है. गोलान हाइट्स पर यहूदियों की 40 से ज्यादा बस्तियां हैं, जिनमें क़रीब 50,000 लोग रहते हैं.   

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गोलान हाइट्स रणनीतिक रूप से अहम क्यों? 

आखिर, गोलान हाइट्स इजरायल के लिए इतना क्‍यों मायने रखता है…? डिफेंस एक्‍सपर्ट कमर आगा बताते हैं, ‘गोलान हाइट्स एक ऐसा इलाका है, जहां से दमिश्‍क तक पूरी नजर रखी जा सकती है. पहले इजरायल ने आधे गोलान हाइट्स पर कब्‍जा कर रखा था, अब लगभग पूरे क्षेत्र पर इजरायल का कब्‍जा है. नेतन्‍याहू इसलिए यहां की यहूदी आबादी को डबल करना चाहता है, क्‍योंकि इजरायल के लिए ये इलाका एक सुरक्षा की दीवार के रूप में भी कार्य करता है. सीरिया में बशर अल-असद सरकार के जाने के बाद अब इस देश के तीन हिस्‍से होने की बात हो रही है. ऐसे में इजरायल इस क्षेत्र पर अपना प्रभुत्‍व और बढ़ाना चाहता है.’

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बेहद खूबसूरत है गोलान हाइट्स…

रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा बताते हैं कि गोलान हाइट्स रणनीतिक महत्‍व के साथ-साथ बेहद खूबसूरत इलाका है. गोलान इस इलाके के पानी का प्रमुख स्रोत है, जहां से इजरायल के ज्‍यादातर लोगों की प्‍यास बुझती है. यहां खेती भी होती है, क्‍योंकि यहां की जमीन बेहद उपजाऊ है. गोलान इजरायल का इकलौता स्की रिसोर्ट भी है, जहां हजारों सैलानी आते हैं. गोलान में होने वाली बारिश का पानी जॉर्डन की नदी में जाकर मिल जाता है. इस नदी का रुख इजरायल ने अपनी ओर मोड़ लिया है. इस नदी के पानी से ही इजरायल के लोगों की एक तिहाई पानी की जरूरत पूरी होती है. 

गोलान हाइट्स पर क्‍यों आमने-सामने इजरायल और सीरिया 

  • इजरायल ने 1967 में गोलान हाइट्स पर कब्‍जा किया था, तब दोनों देशों के बीच इस इलाके के लिए 6 दिनों तक जंग हुई थी. 
  • इजरायल के कब्‍जा करने के बाद यहां रहने वाले ज्यादातर सीरियाई अपना-अपना घर छोड़कर चले गए थे.
  • सीरिया ने 1973 में हुए मध्य पूर्व युद्ध के दौरान गोलान हाइट्स को दोबारा हासिल करने की कोशिश की, लेकिन कोशिश कामयाब नहीं हो पाई. 
  • इसके बाद 1974 में दोनों देशों ने इलाके में युद्ध विराम लागू कर दिया और युद्ध शांत हो गया. 
  • इजरायल अब गोलान हाइट्स को अपना ही क्षेत्र मानता है और 1981 में इजरायल ने गोलान हाइट्स को अपने क्षेत्र में मिलाने की एकतरफा घोषणा कर दी थी. लेकिन अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर इजरायल को ये मान्‍यता नहीं दी गई.
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