"अश्लील": देवी सरस्वती की बिना साड़ी वाली मूर्ति पर त्रिपुरा कॉलेज में बवाल
नई दिल्ली:
वसंत पंचमी के मौके पर त्रिपुरा के अगरतला में मां सरस्वती की प्रतिमा (Tripura Saraswati Idol Row) पर बवाल खड़ा हो गया. अगरतला के एक सरकारी कॉलेज में सरस्वती पूजा का दौरान मां सरस्वती की बिना साड़ी वाली प्रतिमा को लेकर जमकर बवाल हुआ. ABVP, और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने देवी की बिना पारंपरिक साड़ी वाली प्रतिमा को लेकर आपत्ति जताई. सोशल मीडिया पर सरस्वती देवी की छात्रों द्वारा तैयार एक प्रतिमा खूब वायरल हुई. एबीवीपी ने पारंपरिक भारतीय पोशाक नहीं पहनने वाली मूर्ति की कथित “अश्लीलता” के बारे में चिंता जताते हुए विरोध-प्रदर्शन शुरू किया, जिसमें बाद में बजरंग दल भी शामिल हो गया. त्रिपुरा में एबीवीपी के महासचिव दिबाकर अचार्जी ने देवी सरस्वती के गलत चित्रण पर कड़ी आपत्ति जताते हुए विरोध-प्रदर्शन किया.
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“देवी सरस्वती की मूर्ति को ‘अश्लील’ तरीके से बनाया”
एबीवीपी के महासचिव दिबाकर अचार्जी ने बुधवार को कहा, “जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज बसंत पंचमी है और पूरे देश में देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. सुबह-सुबह हम सभी को खबर मिली कि गवर्नमेंट आर्ट एंड क्राफ्ट कॉलेज में देवी सरस्वती की मूर्ति को बहुत गलत और अश्लील तरीके से बनाया गया है.”
प्रदर्शनकारियों ने अगरतला गवर्नमेंट आर्ट एंड क्राफ्ट कॉलेज से सरस्वती देवी की मूर्ति को साड़ी पहनाने की मांग की. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के छात्र संगठन एबीवीपी ने कॉलेज प्राधिकरण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की.
सरस्वती पूजा पर अगरतला कॉलेज में बवाल
कॉलेज प्रशासन ने बताया कि सरस्वती मां की मूर्ति हिंदू मंदिरों में मौजूद पारंपरिक मूर्तिकला जैसी ही है. इसका धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. हंगामे और बवाल के बाद आखिर में कॉलेज प्रशासन ने देवी की प्रतिमा को बदल दिया और पुरानी मूर्ति को पूजा पंडाल के पीछे प्लास्टिक की पन्नी से ढक दिया. वहीं मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन कॉलेज या एबीवीपी और बजरंग दल की तरफ से मामले को लेकर कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
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