दुनिया

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और एस जयशंकर की मुलाकात, जानें किन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा


वाशिंगटन:

अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो (Marco Rubio) ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) के साथ द्विपक्षीय बैठक की और कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का प्रशासन भारत के साथ आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है साथ ही अनियमित आव्रजन से जुड़े मुद्दों का भी हल निकालना चाहता है. रूबियो की प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी. रूबियो (53) ने सबसे पहले भारत के विदेश मंत्री के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक करने को तरजीह दी जिससे एक प्रकार से यह संदेश गया कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने को काफी अहमियत देता है.

भारत-अमेरिका की साझेदारी को मजबूत करने पर जोर

उन्होंने चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद (Quad) की मंत्रिस्तरीय बैठक के तुरंत बाद विदेश मंत्रालय के ‘फॉगी बॉटम’ मुख्यालय में जयशंकर से मुलाकात की. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बैठक के बाद एक बयान में कहा, ‘‘रूबियो ने भारत के साथ आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने और अनियमित आव्रजन से जुड़े मुद्दों को हल करने की ट्रंप प्रशासन की इच्छा को रेखांकित किया.” विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि दोनों शीर्ष राजनयिकों ने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने की साझा प्रतिबद्धता दोहराई.

ये भी पढ़ें : AI, चीन, टिककॉक… ट्रंप ने अपने 5 एक्‍शन से दुनिया को चौंकाया

दोनों देशों में किन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा

ब्रूस ने कहा, ‘‘उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों और अमेरिका-भारत संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के अवसरों सहित महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, रक्षा सहयोग, ऊर्जा और स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की.”बैठक के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जयशंकर ने कहा कि वह विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले रूबियो के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक करके प्रसन्नता महसूस कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें :-  बंधकों को छोड़ने पूरी वर्दी में क्यों आए हमास के लड़ाके! यह इजरायल के लिए संदेश है

विदेश मंत्री जयशंकर ने क्या बताया

जयशंकर ने कहा, ‘‘व्यापक द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा की जिसके रूबियो मजबूत समर्थक रहे हैं. साथ ही विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए. दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग आगे बढ़ाने के वास्ते उनके साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.” जयशंकर अमेरिकी सरकार के निमंत्रण पर डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने यहां आए हैं. ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी.

मुलाकात में क्या कुछ हुआ

जयशंकर ने क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ द्विपक्षीय बैठक की. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस मुलाकात में कई क्षेत्रीय और भारत-यूएस संबंधों को लेकर बातचीत हुई. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अनुसार, “विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने वाशिंगटन डीसी में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की. विदेश मंत्री रुबियो और विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका-भारत के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों, अमेरिका-भारत संबंधों को और गहरा करने समेत कई विषयों पर चर्चा की. इस दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, रक्षा सहयोग, ऊर्जा और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई. विदेश मंत्री रुबियो ने आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने और अनियमित प्रवास से संबंधित चिंताओं को दूर करने के लिए भारत के साथ काम करने की डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की इच्छा पर भी जोर दिया.”

ये भी पढ़ें : अमेरिका के विदेश मंत्री के तौर पर मार्को रुबियो की नियुक्ति के भारत के लिए क्या मायने हैं?

यह भी पढ़ें :-  "भारत और अमेरिका खालिस्तानी आतंकवादी मुद्दे को मैच्योरिटी से कर रहे हैंडल" : US राजनयिक

बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा, “मार्को रुबियो के विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उनकी पहली द्विपक्षीय बैठक के लिए मिलकर बेहद खुशी हुई, जिसमें हमने हमारी व्यापक द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा की, जिसकी रुबियो बेहद मजबूत वकालत करते रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हमने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। अपने रणनीतिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं.” मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले मार्को रुबियो ने अपने कार्यकाल के पहले दिन क्वाड विदेश मंत्रियों से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्होंने देश के विदेश मंत्री के रूप में अपना काम शुरू किया.

(इस खबर को The Hindkeshariटीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button