गुजरात की 25 लोकसभा सीट पर कल मतदान, BJP को 2019 वाले प्रदर्शन की उम्मीद
चुनाव अधिकारियों के अनुसार, कुल 4.97 करोड़ मतदाता राज्य के 50,788 मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे, जिनमें 2.56 करोड़ पुरुष, 2.41 करोड़ महिलाएं और 1,534 तृतीय लिंगी मतदाता शामिल हैं. निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कुल मतदान केद्रों में से 17,275 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्रों में और 33,513 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं.
आयोग के मुताबिक, उसने राज्य में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए 50,960 मतपत्र इकाइयां (बीयू), 49,140 नियंत्रण इकाइयां (सीयू) और 49,140 वीवीपीएटी मशीने लगायी हैं. इसके अलावा, 25 प्रतिशत बीयू व सीयू और 35 प्रतिशत वीवीपीएटी को विकल्प के तौर पर रखा गया है ताकि मशीनों में आने वाली खराबी से तत्काल निपटा जा सके.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुलदीप आर्य ने बताया, ”गुजरात की चुनावी प्रणाली मतदाताओं को सुखद अनुभव प्रदान करने के लिए सभी तरह की व्यवस्थाओं से लैस है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस व्यवस्था की गई है. सभी जिलों में शुष्क दिवस घोषित किया गया है. मतदान प्रक्रिया की समाप्ति तक 48 घंटे लाउडस्पीकर का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा.”
उन्होंने बताया, ”मतदान के दिन लू चलने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त छाया उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है. मेडिकल किट, आवश्यक दवाएं और ओआरएस सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी.” आर्य ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदाता सहायता बूथ स्थापित किए गए हैं.
गुजरात में सात मई को जिन 25 सीट पर मतदान होगा, उनमें अहमदाबाद (पूर्व) सीट से सबसे अधिक 18 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. वहीं सबसे कम तीन उम्मीदवार बारदोली लोकसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, नवसारी में सबसे ज्यादा 22 लाख मतदाता हैं, जबकि दूसरे स्थान पर गांधीनगर और तीसरे स्थान पर राजकोट निर्वाचन क्षेत्र है. वहीं भरूच में सबसे कम मतदाता हैं.
चुनाव मैदान में जो दिग्गज उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं उनमें गांधीनगर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पोरबंदर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और राजकोट से परषोत्तम रूपाला शामिल हैं. आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ रही कांग्रेस को उम्मीद है कि विपक्षी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से मतों का विभाजन नहीं होगा, जो भाजपा को 2014 और 2019 के प्रदर्शन को फिर से दोहराने से रोकेगा.
कांग्रेस गठबंधन के तहत 24 सीट पर (सूरत सहित) चुनाव लड़ रही है जबकि ‘आप’ को भावनगर और भरूच लोकसभा सीट दी गई है. कांग्रेस ने चार मौजूदा और आठ पूर्व विधायकों को मैदान में उतारा है. भाजपा के मुकेश दलाल ने सूरत संसदीय क्षेत्र से पहले ही निर्विरोध जीत हासिल कर ली है क्योंकि कांग्रेस के नीलेश कुंभाणी का नामांकन पत्र खारिज हो गया था और अन्य उम्मीदवारों ने अपने पर्चे वापस ले लिये.
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