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'ब्रेक' के बाद फिर शुरू हुई जंग, गाजा में इजरायल की बमबारी में 100 से ज्यादा लोगों की मौत; हमास के 200 ठिकाने तबाह

इजरायल और हमास 7 अक्टूबर से जंग लड़ रहे थे. 24 नवंबर को दोनों के बीच 4 दिनों का सीजफायर समझौता हुआ था. फिर से 2 और दिनों के लिए बढ़ा दिया गया था. बुधवार सुबह 7 बजे सीजफायर खत्म हो गया. इसके बाद से इजरायल ने हमले तेज कर दिए हैं. इस जंग में गाजा में अब तक 14 हजार 800 लोगों की मौत हुई है. इनमें 6 हजार बच्चे शामिल हैं. वहीं, इजरायल में अब तक 1400 लोगों की मौत हो गई थी.

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इस बीच इजरायली सेना ने गाजा के लोगों को खान यूनिस इलाका खाली करने का आदेश भी दिया है. इसके लिए अरबी भाषा में लिखे पर्चे गिराए गए हैं. जंग की शुरुआत में इजरायल ने उत्तरी गाजा को खाली करने को कहा था. गाजावासी अपना घर-बार छोड़कर दक्षिण गाजा की ओर शिफ्ट होने को मजबूर हो गए थे. बाद में इजरायल ने दक्षिण गाजा में भी बमबारी की थी.

न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, इजरायल ने आरोप लगाया कि हमास ने रॉकेट दागकर बुधवार को सीजफायर की डेडलाइन खत्म होने से पहले ही इसे तोड़ने की कोशिश की.  AFP के मुताबिक, इजरायल ने यह भी दावा किया कि वह उन बंधकों की लिस्ट तैयार करने में नाकाम रहा, जिन्हें फ़िलिस्तीनी कैदियों के बदले में शुक्रवार को रिहा किया जा सकता था.

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और व्हाइट हाउस दोनों ने इस दौरान सीजफायर को बहाल करने की अपील की. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने इजरायल-हमास की जंग में भयावह मानवीय स्थिति की चेतावनी दी. क्योंकि सीजफायर खत्म होते ही गाजा पर बम गिरे. अस्पतालों को एक सप्ताह की राहत के बाद फिर से घायलों के इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ा. गाजा के ज्यादातर अस्पताल फ्यूल और मेडिकल सप्लाई की कमी से जूझ रहे हैं.

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सीजफायर खत्म होने से पहले इजराइल और हमास ने बंधकों की अदला-बदली का समझौता रिन्यू किया

व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता ने कहा, “गाजा में मानवीय विराम को बढ़ाने के प्रयासों पर हम इजरायल, मिस्र और कतर के साथ काम करना जारी रखेंगे.” संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मुझे गहरा अफसोस है कि गाजा में सैन्य अभियान फिर से शुरू हो गया है. मुझे अब भी उम्मीद है कि जो सीजफायर हुआ था, उसे फिर से शुरू करना संभव होगा.”

गाजा किसी डरावनी फिल्म की तरह

सीजफायर के तहत हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को बंधक बनाए गए कुछ लोगों को रिहा कर दिया. इसके बदले में इजरायल ने वहां की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा. धमाकों की आवाज़ और उत्तरी गाजा के ऊपर धुएं का काला गुबार उठने के साथ इजरायल की सेना ने कहा कि उसके वॉरप्लेन फिलिस्तीनी क्षेत्र में हमास के ठिकानों पर हमला कर रहे थे. गाजा क्षेत्र में इजरायल की ओर से दागी गई मिसाइलें भी देखी गईं.

हमास को नहीं छोड़ना चाहते- नेतन्याहू

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास और बंधकों को नहीं छोड़ना चाहता था. इस वजह से सीजफायर को आगे नहीं बढ़ाया जा सका. हम भी हमास को नहीं छोड़ना चाहते हैं. हमास ने सभी महिलाओं को भी रिहा नहीं किया और इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू कर दिए. सीजफायर खत्म होने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल से रवाना हो गए.

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सीजफायर के बीच 1132 ट्रक मदद लेकर गाजा पहुंचे

24 नवंबर को शुरू हुए सीजफायर के बीच गाजा में 1132 ट्रक मदद लेकर गाजा पहुंचे. यह जानकारी फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी (PRCS) ने दी. PRCS के मुताबिक, सीजफायर के दौरान हर दिन जरूरत का सामान लिए 220 ट्रकों ने गाजा में एंट्री ली. जंग के पहले यहां 500 ट्रक मदद लेकर पहुंचते थे.

निकासी क्षेत्र

गुरुवार को 8 और इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया गया. इनमें से कुछ लोगों के पास दोहरी नागरिकता थी. बंधकों के इजरायल पहुंचने के कुछ ही समय बाद देश की जेल सेवा ने कहा कि 30 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया है. इनमें 23 नाबालिग और 7 महिलाएं शामिल हैं.

इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में निकासी क्षेत्रों का एक मैप जारी किया. इजरायली सेना ने कहा कि यह मैप निवासियों को जरूरत पड़ने पर उन्हें विशिष्ट स्थानों से निकलने में मदद करेगा.

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