"हम वह सब कुछ करेंगे, ताकि रूस जीत न सके"- यूरोपीय यूनियन की मीटिंग में बोले इमैनुएल मैक्रों
दरअसल, पेरिस में हुए आयोजन में इमैनुएल मैक्रों ने मित्र राष्ट्रों के 20 सदस्यों के साथ मीटिंग की थी. इस मीटिंग में इमैनुएल मैक्रों यूक्रेन के पक्ष में तैयार रहने की बात की है. इस सम्मेलन के ज़रिए रूस को संदेश देना चाहते हैं कि यूक्रेन अकेला नहीं है.
हम यूक्रेन के साथ हैं- फ्रांस
मैक्रों ने संवाददाताओं से कहा, “इस स्तर पर…जमीन पर सेना भेजने को लेकर कोई सहमति नहीं है.” “किसी भी चीज़ को बाहर नहीं रखा जाना चाहिए. हम वह सब कुछ करेंगे जो हमें करना चाहिए ताकि रूस जीत न सके.”
पिछले कुछ हफ्तों में रूसी हमले ज्यादा होने पर उनके सलाहकारों का कहना है कि यूक्रेन को गोला-बारूद की आपूर्ति कैसे बढ़ाई जाए, इस पर चर्चा करने के लिए मैक्रॉन ने अपने यूरोपीय समकक्षों को जल्दबाजी में आयोजित बैठक के लिए एलिसी पैलेस में आमंत्रित किया. एलिसी पैलेस फ्रांस में स्थित है. यहां 20 देश के समकक्ष मौजूद रहे.
रूसी सेना को पीछे धकेलने में प्रारंभिक सफलताओं के बाद, यूक्रेन को पूर्वी युद्धक्षेत्रों में असफलताओं का सामना करना पड़ा है, इसके जनरलों ने हथियारों और सैनिकों की कमी की शिकायत की है. यूक्रेन के सैन्य अधिकारी बता रहे हैं कि रूस से युद्ध लड़ने के लिए पर्याप्त गोला-बारूद नहीं है.
यूक्रेन को सैन्य सहायता का विरोध करने वाले स्लोवाक प्रधान मंत्री रॉबर्ट फ़िको ने कहा कि कई नाटो और यूरोपीय संघ के सदस्य द्विपक्षीय आधार पर यूक्रेन में सैनिक भेजने पर विचार कर रहे हैं.
डच के प्रधानमंत्री मार्क रूटे पत्रकारों को बताया कि सम्मेलन का मुख्य मुद्दा सैन्य सहायता देना नहीं था. आपकी जानकारी के लिए बता दूं मार्क रूटे NATO के प्रमुख बनने की राह पर हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सम्मेलन में शामिल होने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा हमें ये समझना होगा कि रूस हमारे सपनों को तोड़ने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में हमें एकजुट रहने की ज़रूरत है. हम रूस को हावी नहीं होने देना चाहते हैं. हमें रूस के मंसूबों पर पानी फेरने की ज़रूरत है.
यूक्रेन को हथियार की ज़रूरत
तीसरे देशों से सैकड़ों-हजारों गोला-बारूद खरीदने की चेक के नेतृत्व वाली पहल पर प्रगति हुई है, जिसे लेकर फ्रांस सतर्क है क्योंकि वह यूरोप के अपने उद्योग को विकसित करने को प्राथमिकता देना चाहता है.
कीव के लिए गोला-बारूद की आपूर्ति एक गंभीर मुद्दा बन गई है. हालांकि, यूरोपीय संघ मार्च तक यूक्रेन को दस लाख राउंड तोपखाने के गोले भेजने के अपने लक्ष्य से पीछे रह रहा है.
चेक प्रधान मंत्री पेट्र फियाला ने कहा कि लगभग 15 देश उनकी पहल पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत हुए हैं. मैक्रॉन ने कहा कि पेरिस भी ऐसा करेगा और लंबी दूरी की मिसाइलों की डिलीवरी में तेजी लाने के लिए गठबंधन पर भी सहमति बनी है.
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