देश

दिल्‍ली शराब नीति मामले में 17वीं गिरफ्तारी, चरणप्रीत सिंह 18 अप्रैल तक ED की रिमांड पर

चरणप्रीत सिंह को ED ने गिरफ्तार किया.

नई दिल्ली :

दिल्ली आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने चरणप्रीत सिंह (Chanpreet Singh) को गिरफ्तार किया है, जिसे गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Polls) के लिए आम आदमी पार्टी के कोष का कथित तौर पर ‘‘प्रबंधन” किया था. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि सिंह को धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन यहां की एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया. 

यह भी पढ़ें

सूत्रों के मुताबिक, चरणप्रीत सिंह ने जून 2022 से लेकर मार्च 2022 तक आम आदमी पार्टी के गोवा चुनाव अभियान में हिस्‍सा लिया था और उसे फरवरी 2022 में आम आदमी पार्टी ने भुगतान किया था. 

सूत्रों के मुताबिक, चरणप्रीत सिंह को दिल्ली सरकार में पीआर का काम करने के लिए WIZSPK कम्युनिकेशन से 55 हजार रुपए मिले थे. यह कंपनी दिल्ली सरकार के सूचना और प्रसारण विभाग से जुड़ी हुई है. साथ ही वह विजय नायर के साथ ही कई आप नेताओं से भी जुड़ा हुआ था.

सूत्रों ने बताया कि अदालत ने सिंह को 18 अप्रैल तक ईडी हिरासत में भेज दिया है. 

ईडी द्वारा इस मामले में यह 17वीं गिरफ्तारी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस मामले में पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं.

चरणप्रीत सिंह को पहले इसी मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी गिरफ्तार किया था. धन शोधन का मामला सीबीआई की प्राथमिकी पर आधारित है.

यह भी पढ़ें :-  आखिरी वक्त पर फंस गया पेंच, कितनी मुश्किल है केजरीवाल की जेल से रिहाई की राह?

ईडी ने अदालत को सूचित किया है कि चरणप्रीत सिंह ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान आप के प्रचार के लिए नकद भुगतान का ‘‘प्रबंधन” किया था और उनका पार्टी के साथ ‘‘जुड़ाव” है.

ये भी पढ़ें :

* BRS नेता के. कविता को 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया

* आम आदमी पार्टी के चार राज्यसभा सांसदों ने की सुनीता केजरीवाल से मुलाकात

* दवाब में नहीं हूं, झूठ और मक्कारी के साथ नहीं रह सकता : राजकुमार आनंद

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button