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Gaza : इजरायली हमले में विदेशियों सहित 5 सहायता कर्मियों की मौत

हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई में अक्टूबर से अब तक गाजा में 32,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.

इजरायल द्वारा गाज़ा पट्टी पर सोमवार को किए गए एक हमले में अमेरिका आधारित चैरिटी वर्ल्ड सेंट्रल किचन के लिए काम करने वाले कई लोगों की मौत हो गई. इसकी जानकारी संगठन के संस्थापक द्वारा दी गई. शेफ जोस एंड्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “वर्ल्ड सेंट्रल किचन ने अपने कई बहनों और भाइयों को IDF द्वारा गाज़ा में की गई स्ट्राइक में खो दिया है. मैं उनके परिवारों और दोस्तों और हमारे पूरे WCK परिवार के लिए बहुत दुखी हूं.”

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इससे पहले, हमास द्वारा संचालित क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि चार विदेशी सहायता कर्मियों और उनके फिलिस्तीनी ड्राइवर के शवों को मध्य गाजा के देर अल-बलाह के अस्पताल में लाया गया था, जब इजरायली हमले ने उनके वाहन को निशाना बनाया था. हमास ने एक बयान में कहा कि सहायता कर्मियों में “ब्रिटिश, ऑस्ट्रेलियाई और पोलिश लोग शामिल हैं, चौथे का राष्ट्र ज्ञात नहीं है”, और मारा गया पांचवां व्यक्ति फिलिस्तीनी ड्राइवर और अनुवादक था.

इज़रायली सेना ने एक बयान में कहा कि वह “इस दुखद घटना की परिस्थितियों को समझने के लिए उच्चतम स्तर पर गहन समीक्षा कर रही है”, साथ ही उन्होंने अपने बयान में कहा, “डब्ल्यूसीके के साथ मिलकर हम काम कर रहे हैं.” 

ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामलों और व्यापार विभाग ने कहा कि वह “तत्काल उन रिपोर्टों की पुष्टि करने की कोशिश कर रहा है कि गाजा में एक ऑस्ट्रेलियाई सहायता कर्मी की मौत हो गई है. ये रिपोर्टें बहुत परेशान करने वाली हैं.” वर्ल्ड सेंट्रल किचन साइप्रस से बोट के जरिए आने वाली मदद को पहुंचानें और गाजा में एक अस्थायी घाट के निर्माण में शामिल था. 

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हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद से गाजा लगभग पूरी तरह से नाकाबंदी के अधीन है. इस वजह से संयुक्त राष्ट्र ने इज़रायल पर 2.4 मिलियन फिलिस्तीनियों के लिए तत्काल आवश्यक मानवीय सहायता की डिलीवरी को रोकने का आरोप लगाया है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने बार-बार चेतावनी दी है कि उत्तरी गाजा अकाल के कगार पर है, उन्होंने इस स्थिति को मानव निर्मित संकट बताया है क्योंकि मिस्र-गाजा सीमा पर सहायता के लिए पहुंचाई गईं लॉरियां इजरायली अधिकारियों द्वारा लंबी जांच का इंतजार कर रही हैं. हालांकि, इजरायल ने इसकी जिम्मेदारी से इनकार किया है. 

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