हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना के 9 दिन बाद 4 और शव बरामद हुए, 22 अब भी लापता; जानें क्यों लग रहा इतना वक्त
Himachal Pradesh cloudburst : हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण सर्च ऑपरेशन में बहुत मुश्किल आ रही है.
Himachal Pradesh cloudburst : हिमाचल के शिमला व कुल्लु में बादल फटने की घटना के 9 दिन बाद आज 4 शव बरामद हुए हैं. अब तक कुल14 शव बरामद हो चुके हैं. मगर 22 लोग अभी भी लापता हैं. इनमें अधिकतर स्कूली बच्चे हैं. हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिलों की सीमा पर स्थित समेज गांव में बादल फटने की वजह से 36 लोग लापता हो गए थे. इनमें 33 लोग शिमला के और 3 लोग कुल्लू से थे. 9 दिन बाद भी लगातार यहां सर्च ऑपरेशन जारी है. लापता लोगों को ढूंढने के लिए 85 किलोमीटर के एक बड़े हिस्से में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
दोघरी के पास चार शव मिले
जिला शिमला डीसी अनुपम कश्यप ने बताया कि शुक्रवार सुबह के वक्त सुन्नी डैम के नजदीक दोघरी में चार शव मिले हैं. प्रथम दृष्टया लग रहा है कि दो शव पुरुष के हो सकते हैं, जबकि एक शव लड़की का है. चौथा शव क्षत-विक्षक्त हालत में मिला है. यह भी प्रथम दृष्टया महिला का ही लग रहा है. इन सभी शवों को निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है. परिजनों के पहले ही डीएनए टेस्ट करवा लिए गए हैं. डीएनए का मिलान कर इन शवों की पहचान करने की कोशिश की जाएगी. इन चार शव के मिलने की जानकारी जिला कुल्लू के प्रशासन को भी दे दी गई है.
क्यों लग रहा इतना समय
जिला शिमला के समेज में एनडीआरएफ के 67, होमगार्ड के 69, आर्मी के 30 और सीआईएसएफ के 110 जवान लगाए गए हैं. इस तरह यहां कुल 301 लोग सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं. यही नहीं, एनडीआरएफ के 33, एसडीआरएफ के 14, पुलिस के 10, होमगार्ड के 15 और वन विभाग के 12 जवानों को सतलुज नदी के आसपास सुन्नी तक सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है. यहां अत्याधिक मलबा होने और बारिश की वजह से भी सर्च ऑपरेशन चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सर्च टीम की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लापता लोगों को ढूंढने का काम पूरा किया जाएगा. लापता लोगों के परिजन भी चाहते हैं कि उनके अपनों के शव ढूंढ लिए जाएं, ताकि वो उनका देह का देख रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर सकें.
लगातार हो रही बारिश
हिमाचल प्रदेश के 5 जिलो में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं शुक्रवार को प्रदेश के कई भागों में बादल जमकर बरसे. राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से 115से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हैं. इसके अतिरिक्त 149 बिजली ट्रांसफार्मर व 47 जल आपूर्ति स्कीमें बाधित हैं. वहीं हिमाचल प्रदेश सहित राजधानी शिमला में भी रुक-रुककर बारिश जारी है.