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Gogunda Election Results 2023: जानें, गोगुंदा (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के मेवाड़-हड़ौती क्षेत्र में मौजूद है उदयपुर जिला, जहां बसा है गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 245777 मतदाता थे, और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार प्रताप लाल भील (गमेती) को 82599 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. मांगी लाल गरासिया को 78186 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 4413 वोटों से चुनाव हार गए थे.

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इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में गोगुंदा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रताप लाल भील ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 69210 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मांगी लाल गरासिया को 65865 वोट मिल पाए थे, और वह 3345 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार मांगी लाल गरासिया को कुल 56157 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी हुन्सा राम गरासिया दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 46045 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 10112 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.

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