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"मैं इस हमले से खासा दुखी हूं…", गाजा के अस्पताल में हमले को लेकर जो बाइडेन समेत क्या कुछ बोले बड़े नेता

इस हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ने सुबह एक्स पर एक पोस्ट भी किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मैं गाजा के अल अहली अरब अस्पताल में हुए विस्फोट और उसके परिणामस्वरूप हुई जानमाल की भयानक क्षति से खासा दुखी हूं. यह समाचार सुनते ही, मैंने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को इस बारे में जानकारी जुटाने को कहा है ताकि पता चल सके कि आखिर ये हुआ कैसे है. 

अमेरिका संघर्ष के दौरान नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रूप से खड़ा है और हम इस त्रासदी में मारे गए या घायल हुए मरीजों, चिकित्सा कर्मचारियों और अन्य निर्दोष लोगों के लिए शोक व्यक्त करते हैं. 

वहीं, इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने भी इस हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि पूरी दुनिया को पता होना चाहिए कि ये गाजा में बर्बर आतंकवादी थे जिन्होंने गाजा में अस्पताल पर हमला किया था, न कि IDF ने. जिन लोगों ने हमारे बच्चों की बेरहमी से हत्या की, वे अपने बच्चों की भी हत्या करते हैं.

फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर साधा निशाना

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जबकि संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने इस हमले को लेकर नेतन्याहू के बयान को झूठा बताया है. उन्होंने कहा कि वो झूठ बोल रहे हैं.मंसूर के डिजिटल प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट किया कि इजरायल ने यह सोचकर हमला किया कि इसके आसपास हमास का आधार था। अस्पताल, और फिर उन्होंने वह ट्वीट हटा दिया. हमारे पास उस ट्वीट की एक कॉपी है…अब उन्होंने फिलिस्तीनियों को दोषी ठहराने की कोशिश करने के लिए कहानी बदल दी.

इजरायली सेना के प्रवक्ता ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि अस्पतालों को खाली करो… उनका इरादा खाली कराना है या अस्पतालों पर हमला किया जाएगा और वे उस अपराध के लिए जिम्मेदार हैं और वे इससे निपटने के लिए कहानियां नहीं गढ़ सकते. 

तुर्किए के निशाने पर इजरायल

उधर, तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भी ट्वीट कर इज़रायल को निशाने पर लिया है कि अस्पताल पर हमला करना, जहां महिलाएं, बच्चे और निर्दोष नागरिक थे, बुनियादी मानवीय मूल्यों से रहित इज़रायल के हमलों का सबसे ताज़ा उदाहरण है. मैं ग़ाज़ा में इस अभूतपूर्व क्रूरता को रोकने के लिए पूरी मानवता को आमंत्रित करता हूं.

बता दें कि ग़ाज़ा के अस्पताल में हुए हमले के विरोध में जॉर्डन की राजधानी अम्मान में विरोध प्रदर्शन हुआ। सैकड़ों लोग अम्मान में इज़रायली दूतावास के बाहर जमा हो गए और इज़रायल के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। जॉर्डन की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।

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