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देवी दुर्गा से प्रार्थना करूंगा कि बंगाल में जल्द ही भ्रष्टाचार और अत्याचार खत्म हो : अमित शाह

भाजपा नेता की टिप्पणी को राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर जवाबी हमले के तौर पर देखा जा रहा है, जिसने भाजपा शासित राज्यों में ‘अराजकता’ के मुद्दे को रेखांकित किया है.

शाह ने उत्तर कोलकाता में संतोष मित्रा स्क्वायर पर दुर्गा पूजा उत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘मैं यहां राजनीति पर चर्चा करने नहीं आया हूं, लेकिन बंगाल आता रहूंगा और राज्य के (राजनीतिक) परिदृश्य में बदलाव होने तक अपनी लड़ाई जारी रखूंगा.”

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मैं राज्य में यथाशीघ्र भ्रष्टाचार, अपराध और अत्याचार खत्म होने की प्रार्थना करूंगा.”

शाह ने पंडाल के डिजाइन के लिए पूजा आयोजकों की सराहना की, जो अयोध्या के भव्य राम मंदिर की अनुकृति है.

उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या में राम मंदिर का जनवरी (2024) में उद्घाटन किया जाना है. कोलकाता के लोग इस दुर्गा पूजा पंडाल के जरिये मंदिर के उद्घाटन का जश्न पहले ही मना चुके हैं. मैं इस उल्लेखनीय प्रयास के लिए आप सभी को बधाई देता हूं.”

वहीं, शाह पर तंज करते हुए टीएमसी ने कहा कि जिन लोगों ने कभी कहा था कि बंगाल में दुर्गा पूजा उत्सवों की अनुमति नहीं दी जाएगी, वे अब पंडालों का उद्घाटन करने के लिए राज्य में आ रहे हैं.

टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा, ‘‘जिन्होंने कभी बंगाल के लोकाचार और संस्कृति की आलोचना की थी, वे अब राज्य में पंडालों का उद्घाटन करने आ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि बंगाल के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने से पहले शाह को भाजपा शासित राज्यों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को देखना चाहिए.

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शाह ने 2019 में, शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित साल्ट लेक में एक सामुदायिक दुर्गा पूजा उत्सव का उद्घाटन किया था. प्रदेश भाजपा ने अपना खुद का दुर्गा पूजा उत्सव मनाना 2020 में शुरू किया और राज्य में ऐसा करने वाली पहली पार्टी बन गई.

इसके बाद, 2021 और 2022 में इसके संस्करण देखने को मिले थे. वहीं, प्रदेश भाजपा ने पिछले साल घोषणा की कि वह 2023 से पूजा का आयोजन नहीं करेगी.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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