Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
दुनिया

मदद न रोके इजरायल : भूख से तड़पते गाजा के लिए 'उम्मीद की किरण' ICJ का आदेश

अंतरराष्‍ट्रीय न्‍यायालय ने यह आदेश साउथ अफ्रीका की अर्जी पर दिया है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि इजरायल मदद ना रोके. इजरायल पर आरोप है कि वो मानवीय सहायता ले जा रहे ट्रकों की जांच में जानबूझकर देरी कर रहा है, जिसके कारण मिस्र की तरफ रफा सीमा पर ट्रकों की लंबी लाइन लग गई है. इजरायल की शर्त है कि बिना जांच के कोई भी सहायता ट्रक गाजा में नहीं घुस सकता है.  

हालांकि इजरायल ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है. कोर्ट के आदेश के जवाब में इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि आरोप निराधार हैं. इजरायल नए तरीकों से गाजा के अंदर सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रहा है ताकि जमीन, समुद्र और हवाई रास्ते से सहायता गाजा पहुंच सके. 

इजरायल ने कहा कि गाजा के हालात के लिए हमास जिम्‍मेदार है क्‍योंकि युद्ध उसने शुरू किया था. उसने ये भी आरोप लगाया है कि गाजा पहुंचने वाली अधिकतर मानवीय सहायता हमास हथिया लेता है और संयुक्‍त राष्‍ट्र बाकी बचा सामान भी आम नागरिकों में नहीं बांट पाता है. 

इजरायल ने लगाई जरूरत से ज्‍यादा पाबंदियां : तुर्क 

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्‍कर तुर्क ने आरोप लगाया है कि गाजा में भुखमरी और अकाल के हालात इसलिए बने हैं क्योंकि इजरायल ने मानवीय सहायता और बाकी सामान को पहुंचाने और वितरण पर जरूरत से ज्‍यादा पाबंदियां लगाई हैं. अधिकतर आबादी अपनी जगह से बेघर हो गई है और जरूरी सिविलियन इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर बर्बाद हो चुका है.  

वर्ल्‍ड फूड प्रोग्राम और अन्‍य संगठनों ने कहा कि गाजा में भयावह हालात बन रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मई तक गाजा के उत्तर में अकाल जैसी स्थिति हो सकती है. वहीं संयुक्‍त राष्‍ट्र के पर्यवेक्षकों के मुताबिक, गाजा में 31 लोगों की मौत कुपोषण और शरीर में पानी की कमी के कारण हो चुकी है, इनमें से 27 बच्‍चे हैं. 

 
आदेश मनवाने का कोई साधन और तरीका नहीं 

यह भी पढ़ें :-  EXPLAINER : इजरायल के पीएम नेतन्याहू का आखिर क्या है गाजा प्लान ? 

ICJ के आदेश वैसे तो कानूनी तौर पर बाध्‍यकारी होते हैं, लेकिन कोर्ट के पास आदेश मनवाने का कोई साधन और तरीका नहीं है. संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद, संयुक्‍त राष्‍ट्र की अकेली ऐसी संस्‍था है, जो आदेश को मनवाने के लिए कदम उठा सकती हैं. 

इजरायली हमलों में गाजा में 32 हजार से ज्‍यादा की मौत 

7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1200 से ज्यादा इजरायली नागरिक मारे गए थे और करीब 250 से ज्यादा को अगवा कर लिया गया था. अगवा किए गए लोगों में से 130 का अब तक पता नहीं है और 34 के बारे में माना जा रहा है कि उनकी मौत हो चुकी है. उधर, गाजा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली जवाबी हमले में 32, 623 लोगों की मौत हो चुकी है और इनमें करीब 25 हजार महिलाएं और बच्चे हैं. 

संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव पास कर कहा है कि फौरन युद्धविराम हो और साथ ही सभी इजरायली बंधकों को हमास तुरंत छोड़े. 

ये भी पढ़ें :

* सीरिया के अलेप्पो में इजरायली हमलों में कम से कम 42 लोगों की मौत : वॉर मॉनिटर

* “मुक्के मारे, घसीटा और बाथटब में…” : कैसे हमास ने महिला कैदियों का किया यौन शोषण, इजरायली वकील ने बयां की आपबीती

* इजरायल के तेल अवीव में 2000 से ज्यादा लोगों ने होली और यहूदी त्योहार ‘पुरिम’ मनाया

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button