6 फ्लैट, एक फार्म हाउस, ED ने किया संदीप घोष की करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
नई दिल्ली:
आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की जांच के दौरान ईडी को छापेमारी में उनके घर से संपत्ति के कई दस्तावेज मिले हैं. इससे पता चलता है कि उनके पास करोड़ों की दौलत है. ईडी की छापेमारी के बाद मिले दस्तावेजों के मुताबिक उनके पास कोलकाता के पॉश इलाके में तीन आलीशान फ्लैट हैं. मुर्शिदाबाद में एक फ्लैट है. साथ ही संदीप घोष की पत्नी डॉ. संगीता घोष के नाम पर भी कोलकाता में 2 फ्लैट और एक फार्महाउस हैं.
ईडी की छापेमारी में कई खुलासे
बता दें कि ईडी आरजी कर कॉलेज में भ्रष्टाचार की जांच कर रही है. एजेंसी के मुताबिक, एक ओर जहां डॉ. संदीप घोष आरजी कर कॉलेज में प्रिंसिपल थे तो वहीं उनकी पत्नी उसी कॉलेज में एसिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम करती थीं. 2021 में डॉ. संदीप घोष ने संपत्ति खरीदने के लिए अपनी पत्नी संगीता घोष को अधिकृत कर दिया था. ईडी ने अपनी जांच के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और उपकरण जब्त किए. ईडी को मिले सबूतों से साफ संकेत मिल रहा है कि इन संपत्तियों को भ्रष्टाचार से मिले पैसों की मदद से जुटाया गया है.
सीबीआई कर रही जांच
CBI ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष का नाम उनके कार्यकाल के दौरान संस्थान में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के संबंध में दर्ज किया था. एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) धारा 420 (धोखाधड़ी) के साथ पठित और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) की धारा सात लगाई है, जो एक लोक सेवक द्वारा अवैध रूप से रिश्वत स्वीकार करने से संबंधित है.
इनके खिलाफ भी है मामला दर्ज
संदीप घोष के अलावा, सीबीआई ने मध्य जोरहाट, बानीपुर, हावड़ा के मेसर्स मा तारा ट्रेडर्स, जेके घोष रोड, बेलगछिया, कोलकाता के मेसर्स ईशान कैफे और मेसर्स खामा लौहा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था.राज्य स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव देबल कुमार घोष द्वारा दर्ज कराई गई लिखित शिकायत के आधार पर ये प्राथमिकी दर्ज की गई थी.