दुनिया

हमास के हमले से कुछ सप्ताह पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष बढ़ने की दी थी चेतावनी: रिपोर्ट

नई दिल्ली:

Israel Hamas War: अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने इजरायल पर हमास समूह के घातक हमले (Hamas Attack on Israel) से कुछ हफ्ते पहले ही जो बाइडेन प्रशासन (Joe Biden Administration) को फिलिस्तीन और इजरायल के बीच संघर्ष (Israel-Palestine Conflict) के बढ़ते खतरे के बारे में चेतावनी दी थी . एक रिपोर्ट मे इस बात का दावा किया गया है. इस हमले में अब तक 1,300 से अधिक इजरायली मारे गए हैं. CNN के अनुसार, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने सितंबर के अंत से लेकर अक्टूबर की शुरुआत में सीमा पार रॉकेट हमलों (Rocket Attacks) सहित हमास (Hamas Attack) की हिंसा के बढ़ते खतरे की चेतावनी दी थी.

यह भी पढ़ें

हमले से एक दिन पहले, अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल को आतंकी संगठन हमास की असामान्य गतिविधि का संकेत देने वाली एक रिपोर्ट शेयर की थी, जिससे अब स्पष्ट हो गया कि हमला निश्‍चित रूप से घटित होने वाला था.

अब तक हमले में 1,300 इजरायली की मौत, 3000 घायल

6 अक्टूबर, शनिवार को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर अचानक हजारों रॉकेट हमले किए. रॉकेट दागने के साथ ही जमान-समुद्र-हवाई ऑपरेशन के माध्यम से इजरायली क्षेत्रों में अपने लड़ाके भेजने शुरू कर दिए. अब तक हमले में कम से कम 1,300 इजरायली मारे गए हैं और 3 हजार घायल हैं.  इजरायली अधिकारियों के अनुसार, हमास के आतंकी कम से कम 120 इजरायली नागरिकों को बंधक बनाकर गाजा ले गए. 

हमास ने इजरायल में घुसकर लोगों को बनाया निशाना

जैसे ही हमास की हमला शुरू हुआ,  जिससे घबराए हुए इजरायली अपने घरों में छिप गए. ऐसी खबरें थीं कि हमास के लड़ाके घर-घर जाकर इजरायली नागरिकों को गोली मार रहे थे या उन्हें घसीट कर बंधक बनाकर ले जा रहे थे. सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई दर्दनाक फोटो और वीडियो सामने आए थे.

यह भी पढ़ें :-  क्या बड़े बदलाव की राह पर आगे बढ़ रहा है फ्रांस? संसदीय चुनाव में रिकॉर्ड वोटिंग से जगी उम्मीद

अमेरिकी खुफिया विभाग हमास के ऑपरेशन की भयावहता और क्रूरता की भविष्यवाणी करने में विफल रहा, खुफिया एजेंसी के हवाले से सीएनएन के सूत्रों ने कहा यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये आकलन इजरायल के साथ शेयर किए गए थे, जो अमेरिका द्वारा अपनी रिपोर्टों में उपयोग की जाने वाली अधिकांश खुफिया जानकारी प्रदान करता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया अधिकारी नियमित रूप से वरिष्ठ नेताओं को ब्रीफिंग में इजरायल, गाजा और वेस्ट बैंक को चिंता के क्षेत्रों के रूप में चिह्नित करते हैं.

खुफिया चेतावनियों को किया गया नजरअंदाज:अधिकारी

बता दें कि खुफिया विश्लेषक नीति निर्माताओं के निर्णय लेने की जानकारी देने के लिए पहले खुफिया आकलन तैयार करते हैं. पिछले वर्ष अमेरिका को उसकी अपनी खुफिया एजेंसियों और उसके मध्य पूर्वी सहयोगियों द्वारा बार-बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका और इजरायल ने इन चेतावनियों को पर्याप्त गंभीरता से लिया या नहीं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अरब देश के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अमेरिका और इजरायल को बार-बार चेतावनी दी थी कि फिलिस्तीनी संघर्ष बढ़  रहा है और इससे हिंसा हो सकती है, लेकिन उनकी चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया गया.

IDF आतंकियों के ठिकाने पर लगातार कर रही छापेमारी

इजरायली रक्षा बल (IDF) ने आतंकवादियों और हथियारों के क्षेत्र को खाली करने के साथ-साथ लापता लोगों की तलाश के लिए पिछले 24 घंटों में गाजा में कई छापे मारे हैं. इजरायल ने हमास पर कम से कम 120 इजरायली, विदेशी और दोहरे लोगों को पकड़ने का आरोप लगाया है.इजरायली सेना के एक बयान में कहा कि गाजा क्षेत्र पर इजरायली हवाई हमलों के बाद 600 से अधिक बच्चों सहित कम से कम 1,900 लोग मारे गए हैं.

यह भी पढ़ें :-  हमास के हमले का जवाब देने के लिए इजरायल ने 48 घंटे में जुटाए 3 लाख सैनिक : रिपोर्ट 

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button