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"सभी विकल्‍प खुले हैं…": हिजबुल्लाह चीफ ने लेबनान हमले पर इजराइल को दी धमकी

लगभग चार सप्ताह पहले हमास आतंकवादियों और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ने के बाद अपने पहले भाषण में ईरान समर्थित आंदोलन के प्रमुख ने चेतावनी दी कि लेबनान तक संघर्ष के विस्तार के लिए “सभी विकल्प” खुले हैं. नसरल्ला ने एक टेलीविजन ब्रॉडकास्‍ट में कहा, “गाजा पट्टी और उसके लोगों पर चल रहे युद्ध के लिए अमेरिका पूरी तरह से जिम्मेदार है, और इजरायल केवल एक जरिया मात्र है.” साथ ही उन्होंने संघर्ष को “निर्णायक” बताया.

हिजबुल्लाह चीफ ने  कहा, “जो कोई भी क्षेत्रीय युद्ध को रोकना चाहता है (और यह अमेरिकियों को संबोधित है) उसे गाजा पर आक्रामकता को तुरंत रोकना होगा.” इजरायली बमबारी में मारे गए समूह के लड़ाकों की याद में आयोजित हिजबुल्लाह के गढ़, बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में एक कार्यक्रम में भाषण सुनने के लिए हजारों समर्थक एकत्र हुए. अन्य लोग लेबनान और क्षेत्र में तेहरान और बगदाद सहित अन्य जगहों पर एकत्र हुए.

जब से हमास के उग्रवादियों ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 7 अक्टूबर को एक चौंकाने वाला हमला किया है, तब से लेबनान की दक्षिणी सीमा पर मुख्य रूप से इजरायल और फिलिस्तीनी समूह के सहयोगी हिजबुल्लाह के बीच जैसे को तैसा वाले हालात देखने को मिल रहे हैं. इससे बड़े टकराव की आशंका पैदा हो गई है. 

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दो एयरक्राफ्ट कैरियर को पूर्वी भूमध्य सागर में भेजा है. हिजबुल्लाह चीफ ने अमेरिका चुनौती देते हुए कहा कि भूमध्य सागर में आपका बेड़ा हमें डराता नहीं है… आप जिस बेड़े से हमें धमकाते हैं, हम उसका सामना करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, “आप अमेरिकी अच्छी तरह से जानते हैं कि यदि क्षेत्र में युद्ध होता है, तो आपका बेड़ा किसी काम का नहीं रहेगा, न ही हवाई युद्ध से मदद मिलेगी. सबसे पहले आपके हित, आपके सैनिक और आपका बेड़ा इसकी कीमत चुकाएंगे.”

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वाशिंगटन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि हिजबुल्लाह को “चल रहे संघर्ष का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए”. उन्होंने कहा, “इजरायल और लेबनान के बीच 2006 से भी अधिक खूनी युद्ध होने की संभावना है. अमेरिका इस संघर्ष को लेबनान में विस्तारित होते नहीं देखना चाहता.”

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को चेतावनी दी कि उसे किसी भी ग़लत कदम के लिए “अकल्पनीय कीमत” चुकानी पड़ेगी. साल 2006 में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच हुए संघर्ष में लेबनान में 1,200 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे, और इज़राइल में 160 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर सैनिक थे.

इजरायली अधिकारियों का कहना है कि 7 अक्टूबर को हमास के खूनी हमलों में 1,400 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे. हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली बमबारी में 9,200 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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