दिल्ली में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के ‘वायाडक्ट’ का निर्माण अप्रैल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली खंड में ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ के तहत ‘वायाडक्ट’ का निर्माण अप्रैल के अंत तक पूरा होने की संभावना है. ‘वायाडक्ट’ एक विशेष प्रकार का पुल होता है. इससे मुख्य रूप से रेल और सड़क यातायात के लिए क्षेत्र के उन दो बिंदुओं को जोड़ा जाता है जिनकी ऊंचाई समान होती है.
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अधिकारियों ने यहां बताया कि न्यू अशोक नगर-साहिबाबाद खंड पर ‘इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन’ और सिग्नल कार्य के साथ-साथ ट्रैक बिछाने का काम जारी है. उन्होंने बताया कि दिल्ली खंड में इस साल के अंत तक काम पूरा होने की उम्मीद है, जिससे दिल्ली और साहिबाबाद के बीच परीक्षण का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘दिल्ली खंड में इस विशेष पुल का 500 मीटर से भी कम हिस्सा अब निर्माण के लिए बचा है, जिसे इस महीने के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है. दिल्ली खंड लगभग 14 किलोमीटर लंबा है, जिसमें लगभग नौ किलोमीटर ऊंचा खंड और पांच किलोमीटर भूमिगत खंड शामिल हैं.”
अधिकारियों ने बताया कि लगभग पांच किलोमीटर के पूरे भूमिगत खंड के अलावा करीब आठ किलोमीटर तक ‘वायाडक्ट’ का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है. उन्होंने बताया कि सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार (भूमिगत) के तीन मुख्य स्टेशन का ज्यादातर काम पूरा हो चुका है. उन्होंने बताया कि सराय काले खां स्टेशन को अन्य परिवहन साधनों, जैसे वीर हकीकत राय आईएसबीटी, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और दिल्ली मेट्रो पिंक लाइन के साथ जोड़ने के लिए तैयार किया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि आरआरटीएस स्टेशन को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए 280 मीटर लंबा फुट ओवरब्रिज (एफओबी) बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन 90 मीटर लंबे एफओबी के साथ अशोक नगर मेट्रो स्टेशन से जुड़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि आवागमन की सुविधा के लिए दो और एफओबी निर्माणाधीन हैं.