देश

अरविंद केजरीवाल के घर वारंट के साथ पहुंची ED की टीम, सुप्रीम कोर्ट पहुंची AAP

इस बीच ED के एक्शन के खिलाफ अरविंद केजरीवाल की लीगल टीम सुप्रीम कोर्ट पहुंची है. टीम ने केस की तुरंत सुनवाई के लिए अर्जेंट लिस्टिंग करने की मांग की है. कोर्ट में कांग्रेस नेता और जाने-माने वकील अभिषेक मनु सिंघवी केजरीवाल का पक्ष रख रहे हैं. केजरीवाल की लीगल टीम सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री से संपर्क कर रही है. लीगल टीम ने मामले की जानकारी चीफ जस्टिस को देने की मांग की है.

सीएम आवास के आसपास कड़ी सुरक्षा के इंतजाम

अरविंद केजरीवाल को अरेस्ट किए जाने के अटकलों के बीच सीएम आवास के आसपास काफी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. नॉर्थ के डीजीपी फोर्स के साथ मौके पर मौजूद हैं. 

सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी में ईडी- सौरभ भारद्वाज

इस बीच ग्रेटर कैलाश से विधायक और दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. ऐसे लगता है कि छापेमारी हो रही है. ऐसा लगता है ईडी ने सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करने की पूरी तैयारी कर ली है.”

केजरीवाल ने कोर्ट से कहा था कि वे प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें भरोसा दिया जाए कि जांच एजेंसी उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी. इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने ED को जवाब देने और नई अंतरिम याचिका दायर करने के लिए भी कहा है. 22 अप्रैल को इस केस की अगली सुनवाई होगी.

अरविंद केजरीवाल को HC से झटका, शराब नीति केस में ED की किसी भी कार्रवाई से संरक्षण नहीं

केजरीवाल को कब-कब जारी हुआ समन?

शराब नीति केस में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को इस साल 27 फरवरी को आठवां, 26 फरवरी को सातवां, 22 फरवरी को छठा, 2 फरवरी को पांचवां, 17 जनवरी को चौथा, 3 जनवरी को तीसरा समन जारी किया था. वहीं, 2023 में 21 दिसंबर को दूसरा और 2 नवंबर को पहला समन जारी हुआ था. 

यह भी पढ़ें :-  दिल्ली सरकार के विद्यालयों के 70 प्रतिशत छात्रों ने जेईई एडवांस परीक्षा की अर्हता हासिल की

आतिशी ने बीजेपी पर साधा निशाना

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के घर ईडी की कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी की सीनियर नेता और मंत्री आतिशी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी केजरीवाल को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है.

 

दिल्ली जलबोर्ड केस : ED के समन पर पेश नहीं होंगे अरविंद केजरीवाल, AAP ने समन को ग़ैरक़ानूनी बताया

आतिशी ने पहले कहा था कि केजरीवाल ईडी की जांच में शामिल होना चाहते हैं और एजेंसी के साथ सहयोग करना चाहते हैं लेकिन यह उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है.

आतिशी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कड़े विरोध के बावजूद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतरिम राहत अर्जी को खारिज नहीं करना और इसपर बाद में सुनवाई करने के लिए हाईकोर्ट का सहमत होना उनके लिए एक बड़ी जीत है. आतिशी ने कहा कि कानूनी विकल्पों पर विचार किया जाएगा.

ED समन केस में CM केजरीवाल को अग्रिम जमानत

इससे पहले दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 16 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन मामले में सीएम केजरीवाल 15 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी. कोर्ट ने इस मामले में केजरीवाल को हाजिर होने से भी छूट दे दी है. ED ने बार-बार समन भेजने के बावजूद पेश नहीं होने पर केजरीवाल के खिलाफ कोर्ट में दो शिकायतें दर्ज करवाईं थीं. केजरीवाल के वकील ने कोर्ट से अपील की कि उन्हें ED से वे दस्तावेज चाहिए, जिनके आधार पर उनसे पूछताछ होनी है. कोर्ट ने ED को दस्तावेज देने के आदेश दिए हैं. मामले की सुनवाई 1 अप्रैल को होगी.

केजरीवाल जल बोर्ड से जुड़े धनशोधन मामले में ED के सामने पेश नहीं हुए, AAP ने दिया यह जवाब…

यह भी पढ़ें :-  कर्नाटक : सेक्स स्कैंडल के आरोपी हासन के जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना पराजित

दिल्ली की नई शराब नीति क्या थी? 

17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार ने राज्य में नई शराब नीति लागू की. इसके तहत राजधानी में 32 जोन बनाए गए. हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 दुकानें खुलनी थीं. इस तरह से कुल मिलाकर 849 दुकानें खुलनी थीं. नई शराब नीति में दिल्ली की सभी शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया. इसके पहले दिल्ली में शराब की 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं. नई नीति लागू होने के बाद 100 प्रतिशत प्राइवेट हो गईं. सरकार ने तर्क दिया था कि इससे 3,500 करोड़ रुपये का फायदा होगा. 

सरकार ने लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ा दी. जिस L-1 लाइसेंस के लिए पहले ठेकेदारों को 25 लाख देना पड़ता था, नई शराब नीति लागू होने के बाद उसके लिए ठेकेदारों को 5 करोड़ रुपये चुकाने पड़े. इसी तरह अन्य कैटेगिरी में भी लाइसेंस की फीस में काफी बढ़ोतरी हुई.

“दो हफ्ते में ED जवाब करे दाखिल…”: CM केजरीवाल के समन को चुनौती देने वाली याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट

घोटाले के आरोप क्यों लगे?

नई शराब नीति से जनता और सरकार दोनों को नुकसान होने का आरोप है. इस नीति से बड़े शराब कारोबारियों को फायदा होने की बात कही जा रही है. भारतीय जनता पार्टी का यही आरोप है. बीजेपी का कहना है कि लाइसेंस फीस में भारी इजाफा करके बड़े कारोबारियों को लाभ पहुंचाया गया. इससे छोटे ठेकेदारों की दुकानें बंद हो गईं और बाजार में केवल बड़े शराब माफियाओं को लाइसेंस मिला. विपक्ष का आरोप ये भी है कि इसके एवज में आप के नेताओं और अफसरों को शराब माफियाओं ने मोटी रकम घूस के तौर पर दी.

‘समन मिलने पर आप पेश क्यों नहीं होते?’ : HC ने दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल से पूछा

शराब नीति केस में अब तक कौन-कौन गिरफ्तार

दिल्ली की शराब नीति केस में अब तक पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, कारोबारी विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली और AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह अरेस्ट हो चुके हैं. इस केस में मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था. तब से वह तिहाड़ जेल में हैं. शराब नीति घोटाले में संजय सिंह का नाम पहली बार दिसंबर 2022 में सामने आया था. तब ईडी ने चार्जशीट में कारोबारी दिनेश अरोड़ा के बयान के हिस्से के रूप में आप नेता के नाम का उल्लेख किया गया था. दिल्ली शराब नीति घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने बीआरएस नेता और केसीआर की बेटी के. कविता को हिरासत में ले रखा है.

यह भी पढ़ें :-  दिल्ली शराब नीति मामला : के कविता को कोर्ट ने 9 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा

केजरीवाल पर क्या है आरोप?

दिल्ली शराब नीति घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय की टीम केसीआर की बेटी के. कविता को हिरासत में लेकर लगातार पूछताछ कर रही है. ईडी की टीम ने बयान जारी किया है. इसमें एजेंसी ने शराब नीति घोटाला केस में गिरफ्तार के. कविता के साथ अरविंद केजरीवाल का भी नाम लिया है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दावा किया कि के. कविता ने अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर शराब नीति में बदलाव करवाए.

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button