यमुना एक्सप्रेस पर जा रहे हैं तो स्पीड का यह नया नियम पढ़ लें, हो जाएगा चालान
यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे की वजह से अक्सर कई हादसे होते रहते हैं.
नोएडा:
अगर आप आनेवाले दिनों में यमुना एक्सप्रेसवे से सफर करने का प्लान कर रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की है. कोहरे की आशंका के चलते यमुना एक्सप्रेसवे पर प्राधिकरण ने वाहनों की रफ्तर को कम कर दिया है. शनिवार रात 12 बजे से लागू नई गति सीमा के मुताबिक भारी वाहन अधिकतम 60 किमी प्रति घंटा व हल्के वाहन अधिकतम 75 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगे. वहीं जो लोग नियम का पालन नहीं करेंगे उनसे भारी चालान वसूला जाएगा. इससे पूर्व हल्के वाहन के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी/घंटा व भारी वाहनों के लिए 80 किमी/घंटा थी. ये नियम 15 फरवरी तक लागू रहेगा.
इस वजह से बदला नियम
एक्सप्रेसवे मैनेजमेंट ने चालकों से कोहरे में सतर्कता बरतने को कहा है. सर्दियों में कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों का खतरा बढ़ जाता है. एक्सप्रेसवे पर एकसाथ कई वाहनों के टकराने के हादसे भी हो चुके हैं. हादसों को रोकने के लिए यमुना प्राधिकरण ने गति सीमा घटाने की रिपोर्ट एक्सप्रेसवे मैनेजमेंट को भेजी थी.
- साल 2012 में यमुना एक्सप्रेसवे आम जनता के लिए खोला गया था.
- यमुना एक्सप्रेसवे 6 लेन चौड़ा है.
- ये 165.5 किमी (102.8 मील) लंबा है.
- यमुना एक्सप्रेसवे आगरा और दिल्ली को जोड़ता है.
- यमुना एक्सप्रेसवे से आगरा और दिल्ली के बीच का रास्ता दो से ढाई घंटे तक पूरा किया जा सकता है.
जानकारी के अनुसार गति सीमा का उल्लंघन करने पर 2-4 हजार रुपये का चालान किया जाएगा. नई गति सीमा के बोर्ड जगह-जगह लगा दिए गए हैं. टोल प्लाजा पर स्पीड कम करने के लिए माइक से घोषणा करने के अलावा साइन बोर्ड लगाए गए हैं. साथ ही, स्क्रीन पर भी दिखाया जा रहा है. यमुना एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार, अनियंत्रित वाहन, और लापरवाही से ड्राइविंग करना हादसे की मुख्य वजह होता है.
कब-कब हुए बड़े हादसे
- इस साल फरवरी में यमुना एक्सप्रेसवे पर एक बस डिवाइडर से टकरा गई थी, जिसकी वजह से पीछे से आ रही एक कार बस में जा घुसी थी. हादसे के दौरान बस और कार में भीषण आग लग गई. इस आग में 5 लोगों की जिंदा झुलस जाने के कारण मौत हो गई थी.
- साल 2023 में ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक ईको कार का एक्सीडेंट हो गया था. इस घटना में कार सवार आठ लोग में से पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं, तीन बच्चे घायल हो गए थे.
- साल 2020 में यमुना एक्सप्रेस वे पर खंदौली के पास एक भीषण दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी. लखनऊ से दिल्ली की तरफ जा रही कार एक कंटेनर से टकरा गई थी और टक्कर लगते ही आग लग गी जिससे कार में सवार सभी पांच लोग जिंदा जल गये थे.
- साल 2014 में घने कोहरे की वजह से यमुना एक्सप्रेसवे पर एक-दो नहीं, 30-35 गाड़ियां एक-दूसरे से टकरा गईं थी. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी. जबकि आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.