भारत प्रभावशाली देश है, ‘आतंकवाद’ की चुनौती को जानता है: इजराइली दूत
गिलोन ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि इन हमलों के पीछे ईरान का हाथ है और उसने ही हमास को हथियारों की आपूर्ति की. गिलोन ने कहा कि उनके देश को ‘‘हमारे भारतीय मित्रों” के बहुत मजबूत समर्थन की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा, ‘‘भारत दुनिया का एक बहुत प्रभावशाली देश है. यह एक ऐसा देश है, जो आतंकवाद (के दर्द) से परिचित है और इस संकट को समझता है.”
उन्होंने कहा कि इस समय इजराइल के प्रति भारत का समर्थन ‘‘अनभिज्ञता के बजाय आतंकवाद की गहरी समझ” पर आधारित है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत से बड़ा समर्थन मिला है.”
गिलोन ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि सबसे पहले, दुनिया के सभी देश सैकड़ों इजराइली नागरिकों, महिलाओं, पुरुषों, बुजुर्गों और बच्चों की अकारण की गई हत्या और अपहरण की घटनाओं की निंदा करेंगे. यह अस्वीकार्य है.”
इजराइली राजदूत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अब मध्यस्थता का समय नहीं है और अब ‘‘आतंकवाद” के खिलाफ कार्रवाई करने का समय है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमास चरमपंथियों के हमले के मद्देनजर शनिवार को इजराइल के प्रति एकजुटता व्यक्त की थी.
मोदी ने इज़राइल पर हुए हमास के हमले को ‘आतंकवादी हमला’ करार देते हुए इसकी निंदा की थी.
मोदी ने कहा था, ‘इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से स्तब्ध हूं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं. इस कठिन घड़ी में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं.’
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