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भारतीय वायुसेना के अपाचे हेलीकॉप्टर की लद्दाख में इमरजेंसी लैंडिंग, इस वजह से हुआ नुकसान

भारतीय वायुसेना के विमान की इमरजेंसी लैडिंग.

नई दिल्ली:

भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के अपाचे हेलीकॉप्टर की बुधवार को लद्दाख में अचानक इमरजेंसी लैंडिंग (Indian Air Force Apache helicopter Emergency Landing) कराई गई. एक ऑपरेशनल ट्रेनिंग के दौरान वायुसेना के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. भारतीय वायुसेना ने बताया कि यह घटना लद्दाख एरिया ऑफ रिस्पॉन्सिबिलिटी क्षेत्र (एओआर) में उतार-चढ़ाव वाले इलाके और उच्च ऊंचाई से पैदा हुई चुनौतियों की वजह से हुई. उतार-चढ़ाव और ऊंचाई वाले इलाके की  वजह से हेलीकॉप्टर को नुकसान पहुंचा है. हालांकि विमान में सवार दोनों पायलट पूरी तरह से सुरक्षित हैं. उन्हें पास के एयरबेस में ले जाया गया है. 

वायुसेना के विमान की इमरजेंसी लैडिंग

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भारतीय वायुसेना ने अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के सटीक कारण की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं.सेना के दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल ए के सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में सेना के परिवर्तन और परिचालन प्रभावशीलता पर इस कदम के महत्वपूर्ण प्रभाव को रेखांकित किया. दक्षिणी कमान क्षेत्र के भीतर पहला ‘मीडियम लिफ्ट अटैक हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन’ इस साल 15 मार्च को शुरू किया गया था. यह स्क्वाड्रन बोइंग द्वारा निर्मित अत्याधुनिक अपाचे एच-64ई हेलीकॉप्टरों से सुसज्जित होगा. उन्होंने कहा, ‘ये हेलीकॉप्टर हमारी सीमाओं के साथ विभिन्न मौसम और इलाके की स्थितियों में मिशन में शामिल होने की क्षमता रखते हैं.’

‘अपाचे’ में हवा में मार करने की क्षमता

नये अधिग्रहीत अपाचे हेलीकॉप्टर में कई प्रकार की क्षमताएं हैं, जिनमें टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, रॉकेट और अन्य गोला-बारूद लॉन्च करने की क्षमता शामिल है. भारत द्वारा अपाचे हेलीकॉप्टरों को हासिल करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इसके साथ ही भारत इस गुप्त और बहुमुखी मशीन को अपने सैन्य शस्त्रागार में शामिल करने वाला 16वां देश बन गया है.

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अपाचे हेलीकॉप्टर की उल्लेखनीय विशेषताओं में हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, रॉकेट और गन सिस्टम शामिल हैं. हेलीकॉप्टर की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए, यह एक ऐसी रडार से लैस है, जो सबसे प्रतिकूल परिस्थितियों और जंगली इलाकों में लक्ष्य का पता लगाने तथा उस पर हमला करने में सक्षम है. यह घटनाक्रम भारतीय सेना की परिचालन क्षमताओं में पर्याप्त वृद्धि का प्रतीक है, जो पश्चिमी क्षेत्र में देश के रक्षा बुनियादी ढांचे को और मजबूत करता है.

बता दें कि IAF ने 22 एडवांस हेलीकॉप्टरों के लिए सितंबर 2015 में अमेरिका के साथ 13,952 करोड़ रुपये की एक डील पर हस्ताक्षर किए गए थे. इसके अलावा, भारतीय सेना फरवरी 2020 में हुए एक अलग समझौते के तहत छह अपाचे हेलीकॉप्टर प्राप्त करने की प्रक्रिया में है, जिसकी कीमत 5,691 करोड़ रुपए है. 

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