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भारतीयता पर फोकस के कारण मजबूत हुई हमारी रक्षा व्यवस्था- राजनाथ सिंह

नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने The Hindkeshariडिफेंस समिट ( The HindkeshariDefence Summit) में शामिल होने पर खुशी जाहिर की. जनता के बीच विश्वसनीयता बढ़ने के लिए उन्होंने The Hindkeshariको बधाई दी. रक्षा मंत्री ने कहा कि मीडिया की आजादी के तहत ही हमारे यहां आज वाइब्रेंट कल्चर है और The Hindkeshariवाइब्रेंड मीडिया कल्चर का प्रतिनिधित्व करता है. रक्षा मंत्री (Rajnath Singh) ने कहा कि मीडिया जनता और सरकार के बीच की कड़ी है. इमरजेंसी के समय में मीडिया की स्वतंत्रता को दबाया गया. उस समय अखबरों की हेड लाइन एक पार्टी के कार्यालय से तय होती थीं, लेकिन मीडिया को लेकर आज लग रहे सारे आरोप निराधार हैं. आज सरकार और मीडिया दोनों ही समाज की संस्था हैं.

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रक्षा मंत्री ने कहा कि इमरजेंसी के दौर पर ही मीडिया पर हमला हुआ, लेकिन आज मीडिया पर लग रहे सत्ता की बात करने वाले आरोप निराधार हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार चीन को थ्रेट के रूप में देखती है, मीडिया भी उसे इसी तरह देखती है. यही समाज में भी दिखता है, यह विचार हर जगह दिखता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मीडिया या लेखक सरकार की कठपुतली के रूप में काम नहीं करते हैं. सरकार और मीडिया की जिम्मेदारी गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने की है. सरकार और मीडिया दोनों ही समाज के लिए काम कर रहे हैं. 

“मोदी सरकार और मीडिया के बीच अच्छे संबंध”

मोदी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करती है तो यह मीडिया में भी दिखाई देता है. रक्षा मंत्री ने कहा कि विपक्ष अपनी जिम्मेदारी ढंग से नही निभा रहा है, ऐसे में मीडिया की जिम्मेदारी बढ़ जाती है.

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अगर मीडिया सरकार की नीतियों की आलोचना करती है तो उसे स्वीकार कर सुधार भी किया जाता है. मीडिया जब कहता है कि ये गलत है तो उसे चेंज किया जाता है. नीतियों में अगर कमी दिखती है तो उसमें सुधार किया जाता है, जीएसटी में भी बाद में बदलाव किया, कमियों को मूल्यांकन कर ठीक किया गया. मोदी सरकार और मीडिया के बीच अच्छे संबंध हैं.

 

 

“रक्षा क्षेत्र मोदी सरकार की प्राथमिकता”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ाया है. साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही रक्षा क्षेत्र मोदी सरकार के लिए प्राथमिकता रहा है मोदी सरकार ने डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनने का लक्ष्य बनाया, इसीलिए हथियारों का निर्माण भी सरकार ने देश में ही करने का फैसला किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने भी रक्षा सेक्टर को बेहतर करने के लिए काम किया लेकिन मोदी सरकार और उनके बीच नजरिए का बहुत बड़ा अंतर है.

“देश में ही हो रहा सेना के लिए हथियारों का निर्माण”

मोदी सरकार का नजरिया भारत की क्षमता पर विश्वास करने का है. यह सरकार देश और देश के लोगों की क्षमता पर पूरी तरह से विश्वास करती है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुरानी सरकारों ने देश की रक्षा क्षमता पर उतना भरोसा नहीं किया, वह संशय में रहती थीं. अब भारत में तकनीक पर काम हो रहा है. अब देश में ही मॉर्डन हथियार बनने लगे हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने आने वाले समय में 50 हजार करोड़ रुपए के हथियार एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य रखा है. सरकार ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हुए स्वदेशी कंपनियों के इंटरेस्ट को भी घ्यान में रखा है. सरकार ने अपनी सेना के लिए हथियारों का निर्माण देश में ही करने का फैसला लिया है, सरकार आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को बढ़ावा दे रही है. 

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“मोदी सरकार ने नौजवानों के विश्वास को किया और मजबूत”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईआईटी या आईआईएम से पढ़ा बच्चा हमेशा विदेश में नौकरी करना चाहता था. इस गलत सोच को बदलने का काम मोदी सरकार ने किया. उन्होंने कहा कि 2014 में सत्ता में आने से पहले से ही हम सक्रिय थे और लगातार काम कर रहे थे. बीजेपी सरकार ने अकबर की बजाय महाराणा प्रताप को सम्मान दिया,  मैकाले की जगह भारतीय न्याय संहिता को लेकर आए. सरकार ने अपने नौजवानों के विश्वास को और मजबूत किया है. जब हमारा विश्वास मजबूत हुआ तो देश के आईआईटी भी बदले और आईआईएम भी बदले.

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