"युद्ध हो न हो, शांतिकाल में भी युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए" : The Hindkeshariडिफेंस समिट में राजनाथ सिंह
नई दिल्ली :
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने The Hindkeshariडिफेंस समिट ( The HindkeshariDefence Summit) में शामिल होने पर खुशी जाहिर की. जनता के बीच विश्वसनीयता बढ़ने के लिए उन्होंने The Hindkeshariको बधाई दी. The Hindkeshariडिफेंस समिट में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एडिटर-इन चीफ संजय पुगलिया के साथ खास बातचीत की. इस दौरान राजनाथ सिंह ने इंडो पेसेफिक में भारत के बढ़ते प्रभाव से लेकर चीन तक पर अपने विचार खुलकर रखे….
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सवाल: भारत की रक्षा नीति अब लैंड सेंट्रिक की बजाए सी सेंट्रिक हो गई, जिससे नेवी की भूमिका बढ़ी और इंडो पेसिफिक में भारत की भूमिका को लेकर क्या कहेंगे?
जवाब: इंडो पेसेफिक में भारत की भूमिका पहले से कहीं ज्यादा प्रभावी हुई है. हाल ही में एक घटना हुई थी, जिसमें हमारी नेवी ने जिस तरह का रोल प्ले किया, वो बेहद सराहनीय है. इसके लिए मैंने भारतीय नौसेना को बधाई भी दी थी. अगर कोई भी भारत के साथ नापाक हरकत करने की कोशिश करेगा, तो वो किसी भी माध्यम से आए, तो भारत के अंदर इतना स्ट्रॉन्ग विल पॉवर है कि हम उसका मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखते हैं.
सवाल: पहले जब चीन की बात करते थे, तो चुनौती का भाव रहता था, लेकिन अब पब्लिक का मूड है कि ठीक है चीन को भी देख लेंगे, ये क्यों बदला है?
जवाब: रक्षामंत्री ने कहा- देखिए, स्ट्रॉन्ग विल पावर चाहिए…. लीडरशिप मजबूत होगी, तो स्वाभाविक रूप से जनता का विश्वास भी बढ़ेगा. मैं समझता हूं कि सबसे बड़ी वजह लोगों का विश्वास बढ़ने की यही है. फिर हमने अपनी सेना का आत्मविश्वास ऊपर रखने के लिए हर संभव कदम उठाए हैं.