दुनिया

₹8350 करोड़ की कंपनी थी आज कोई इनकम नहीं, भारतीय मूल का यह एंटरप्रेन्योर अब खोज रहा इंटर्नशिप

वीडियो मैसेजिंग प्लेटफॉर्म लूम के भारतीय मूल के को-फाउंडर विनय हीरेमथ ने खुलासा किया है कि फिलहाल उनकी कोई आय नहीं है और वह इंटर्नशिप की तलाश में हैं. 2023 में उनकी कंपनी लूम को एटलसियन ने $975 मिलियन यानी लगभग ₹8350 करोड़ में खरीद लिया था. अधिग्रहण की इस डील में कथित तौर पर विनय हीरेमथ को $50 से $70 मिलियन के बीच आय हुई थी.

मनीवाइज पॉडकास्ट पर आकर विनय हिरेमथ ने खुलासा किया कि उन्होंने अतिरिक्त 60 मिलियन डॉलर के रिटेंशन पैकेज को छोड़ दिया था. उन्होंने पॉडकास्ट में कहा, “हां, मैंने टेबल पर 60 मिलियन डॉलर छोड़ दिए. मेरी आज कोई आय नहीं है. अभी, मैं इंटर्नशिप की तलाश में हूं.”

लूम बेचने के बाद से, उन्होंने हर दिन पांच से आठ घंटे फिजिक्स पढ़ने और युवाओं के साथ ऑनलाइन चर्चा में बिताते हैं. अब उन्हें एक रोबोटिक्स कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में इंटर्नशिप करने की उम्मीद है.

उन्होंने पॉडकास्ट पर शेयर किया, “मैं बहुत सारा फिजिक्स पढ़ रहा हूं. उम्मीद है, मैं मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में इंटर्नशिप करने के लिए कुछ स्टार्टअप – शायद रोबोटिक्स कंपनियों – में इंटरव्यू दूंगा.”

यह भी पढ़ें :-  मिडल ईस्ट में तनाव! इजरायल पर हमले की तैयारी कर रहा ईरान, अमेरिका से कहा- "अलग हट जाओ"

विनय हिरेमथ ने काम, सफलता और उन्होंने पैसे को पीछे छोड़ने का फैसला क्यों किया, इस पर भी अपने विचार शेयर किए. उन्होंने बताया कि वह अपना जीवन “अलग-अलग फाइनेंशियल सिस्टम में मूल्यों और डेटाबेस की अदला-बदली” में नहीं बिताना चाहते. अपनी कंपनी बेचने से पहले, वह बड़े-बड़े मिशनों में विश्वास करते थे, लेकिन समय के साथ, उन्हें एहसास हुआ कि असली खुशी उनके आसपास के लोगों के लिए उत्साह पैदा करने से आती है. “मुझे लगता है कि जीवन सृजन (क्रिएट करने) के बारे में है,” उन्होंने कहा.

लूम की जर्नी के बारे में बात करते हुए, उन्होंने स्वीकार किया कि स्टार्टअप के मूल मिशन को बढ़ा-चढ़ा कर महिमामंडित किया गया था और, इसके मूल में, यह क्लाउड से जुड़ा एक साधारण स्क्रीन रिकॉर्डर था. “लूम में हम जो निर्माण कर रहे थे, उसका कच्चा सच ‘एसिंक्रोनस वीडियो मैसेजिंग प्लेटफॉर्म’ नहीं था – यह बकवास हमने खुद को बताया था. हमने एक F****ing स्क्रीन रिकॉर्डर बनाया जो क्लाउड से जुड़ा हुआ था.”

जनवरी में एक ब्लॉग पोस्ट में जिसका टाइटल था, “मैं अमीर हूं और मुझे नहीं पता कि मुझे अपने जीवन के साथ क्या करना है,” हिरेमथ ने लूम को बेचने के बाद उद्देश्य खोजने के अपने संघर्ष के बारे में बताया. उन्होंने इस वक्त को एक धुंध कहा, यह स्वीकार करते हुए कि अब उन्हें फिर कभी काम नहीं करने की आजादी है, लेकिन यह उम्मीद के मुताबिक संतोषजनक नहीं रहा है. पैसा कमाने या रुतबा हासिल करने की चाहत के बिना, “हर चीज एक अतिरिक्त खोज की तरह महसूस होती है – लेकिन प्रेरणादायक तरीके से नहीं.”
 

यह भी पढ़ें :-  ट्रंप-जेलेंस्की के बीच फोन पर क्या हुई बातचीत, शांति समझौते के बहाने बिजनेस पर अमेरिका की नजर?


Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button