दुनिया

24 साल जेल में बिताने के बाद हमास के हमलों का किया नेतृत्‍व, जानिए कौन है याह्या सिनवार

सिनवार का जन्‍म 1962 में हुआ और वह दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में पला-बढ़ा. उस दौर में यह शहर मिस्र के नियंत्रण में था. इजरायली सेनाओं ने उसके गृहनगर के नाम पर सिनवार को “खान यूनिस का कसाई” कहा है. रिपोर्टों के अनुसार, सिनवार का परिवार पहले अश्कलोन में बसा था, जो अब दक्षिण इजरायल में है, लेकिन 1948 में इजरायल द्वारा अश्कलोन पर नियंत्रण करने के बाद उन्हें गाजा में स्थानांतरित होना पड़ा. अश्‍कलोन को पहले अल-मजदल के नाम से जाना जाता था. सिनवार के पास गाजा में इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी अध्ययन में स्नातक की डिग्री है. 

सिनवार ने कुल मिलाकर करीब 24 साल जेल में बिताए हैं. उसे 1982 में पहली बार विध्‍वंसक गतिविधियों के चलते गिरफ्तार किया गया था. बाद के सालों में उसने एक यूनिट बनाने के लिए सलाह शेहादे के साथ गठजोड़ किया, जिसने फिलिस्तीनी आंदोलन के भीतर मौजूद इजराइल के जासूसों को अपना निशाना बनाया. 2002 में शेहादे को इजरायल की सेना ने गोली मार दी. उस वक्‍त वह हमास की सैन्य शाखा का नेतृत्व कर रहा था. 

1987 में हमास की स्थापना के बाद सिनवार द्वारा स्थापित इकाई संगठन के भीतर एक शाखा बन गई. सिनवार को 1988 में दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों की हत्या में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था, जिन पर उन्हें इजरायल के लिए काम करने का संदेह था. अगले साल सिनवार को चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. 

यह भी पढ़ें :-  "वह 26 साल की थी, कीमत ही क्या थी": भारतीय छात्रा की मौत के बाद US पुलिसकर्मी ने क्या कहा?

हमास की सैन्य शाखा इज्‍ज अद-दीन अल-कसम ब्रिगेड की एक टीम ने 2006 में इजरायल के इलाके में प्रवेश करने के लिए सुरंग का इस्तेमाल करते हुए एक सेना चौकी पर हमला किया. उन्होंने दो इजरायली सैनिकों को मार दिया और कई को घायल किया. साथ ही एक सैनिक गिलाद शालित को पकड़ लिया गया. शालित पांच साल तक कैद में था, जिसे 2011 में कैदियों की अदला-बदली में रिहा कर दिया गया. हालांकि शालित की रिहाई के बदले इजरायल ने 1,027 फिलिस्तीनी और इजरायली अरब कैदियों को रिहा किया था. उनमें से एक था सिनवार. 

हमास में बढ़ा कद, अमेरिका ने आतंकी किया घोषित 

रिहाई के बाद के सालों में हमास में सिनवार का कद बढ़ता गया. 2015 में सिनवार को अमेरिका ने वांछित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल किया. अमेरिकी विदेश विभाग के एक दस्तावेज में सिनवार को आतंकी घोषित करने की घोषणा करते हुए कहा गया कि उसे “हमास की सैन्य शाखा इज्‍ज दीन अल-कसम ब्रिगेड की स्थापना में उसकी भूमिका अग्रदूत की है”. साल 2017 में सिनवार को गाजा में हमास का प्रमुख चुना गया था.

हमास नेतृत्‍व में नंबर-2 है सिनवार 

संगठन के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानिया के बाद सिनवार हमास नेतृत्व में नंबर दो है. हानिया के स्वैच्छिक निर्वासन में रहने के बाद से सिनवार गाजा का वास्तविक शासक है. सिनवार ने हमेशा इजरायल के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष की वकालत की है और किसी भी समझौते के फार्मूले की खिलाफ रहा है. उसे अपने उग्र भाषणों के लिए जाना जाता है और रिपोर्टों में कहा गया है कि वह हमास के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा रखता है. साथ ही उसके बारे में यह भी कहा जाता है कि जब हमास के कार्यकर्ताओं पर नजर रखने की बात आती है तो सिनवार कोई जोखिम नहीं लेता है. एक उदाहरण हमास कमांडर महमूद इश्तवी की हत्या का है. इश्तिवी पर 2015 में गबन का आरोप लगाया गया और अगले साल उसे फांसी दे दी गई. बाद में उस पर “नैतिक अपराध” का आरोप लगाया गया. रिपोर्टों में कहा गया कि इश्तिवी एक समलैंगिक था.   

यह भी पढ़ें :-  IDF की तरफ से आम नागरिकों को दी गई समय सीमा खत्म, सेना को गाजा पर हमले के लिए आदेश का इंतजार
सिनवार पर इजरायल पर हमले की साजिश का आरोप 

इजरायल ने सिनवार पर पिछले सप्‍ताह के आखिर में इजरायल के शहरों पर हुए हमलों की साजिश रचने का आरोप लगाया है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, “याह्या सिनवार बुराई का चेहरा है. वह इसके पीछे का मास्टरमाइंड है, जैसे (ओसामा) बिन लादेन (9/11 के लिए) था.”

इजरायल सिनवार को नहीं बख्‍शेगा : रक्षा प्रवक्‍ता 

रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि इजराइल सिनवार को नहीं बख्शेगा. उन्होंने कहा, “वह आदमी और उसकी पूरी टीम हमारी नजर में है. हम उस आदमी तक पहुंचेंगे,” उन्होंने आगे कहा, “यह लंबा अभियान हो सकता है.”

ये भी पढ़ें :

* “हाथ ट्रिगर पर हैं”: गाजा हमले पर ईरान ने इजरायल को दी चेतावनी

* “वे फ़िलिस्तीनियों के लिए दरवाजे क्यों नहीं खोल रहे”: निक्की हेली ने की अरब देशों की आलोचना

* डेडलाइन ओवर, इजरायल के आक्रमण की तैयारी के बीच 10 लाख लोगों ने छोड़ा उत्‍तरी गाजा: 10 पॉइंट्स

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button