दिल्ली में 71 साल के डॉक्टर को साइबर अपराधियों ने सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसाया, वसूले 9 लाख
नई दिल्ली:
साइबर अपराध (Cyber crimes) से पूरे देश में लोग परेशान हैं. दिल्ली के एक डॉक्टर भी इसके शिकार हो गए. जानकारी के अनुसार दिल्ली के 71 वर्षीय एक डॉक्टर के पास आधी रात को एक वीडियो कॉल आयी. डॉक्टर को लगा कि कोई मरीज़ परेशानी के हालत में उन्हें कॉल कर रहा है. लेकिन जब डॉक्टर ने कॉल रिसीव किया तो पाया कि दूसरी तरफ एक महिला आपत्तिजनक स्थिति में है. साइबर अपराधियों ने इस वाकये को रिकॉर्ड कर लिया. और बाद में डॉक्टर को ब्लैकमेल करने लगे. साइबर अपराधियों ने डॉक्टर से लगभग 9 लाख रुपये एक सेक्सटॉर्शन के तहत वसूल लिए.
यह भी पढ़ें
अधिकारी ने क्या बताया?
एक अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर ने साइबर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया था और शिकायत की थी कि उसे एक गिरोह से बार-बार वीडियो कॉल और ब्लैकमेल का सामना करना पड़ा है, जो महिला के साथ उसकी कॉल का वीडियो सोशल मीडिया पर लीक करने की धमकी दे रहा था. उसने पुलिस को बताया कि उसने गिरोह को लगभग ₹ 8.6 लाख ट्रांसफर किए है लेकिन कॉल और उनकी डिमांड कम नहीं हो रही है. पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और जबरन वसूली सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद अपनी जांच शुरू कर दी.
राजस्थान से गिरफ्तार हुआ आरोपी
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी जिला) अपूर्व गुप्ता ने कहा, हमने पिछले हफ्ते आरोपी के घर पर छापा मारा और उसे और उसके भाई को गिरफ्तार किया. हमने उन नंबरों का पता लगाना और निगरानी करना शुरू कर दिया, जिनसे डॉक्टर को कॉल किए गए थे. हम आखिरकार राजस्थान के एक व्यक्ति की पहचान और सुराग हासिल करने में कामयाब रहे. मुखबिरों ने हमें इस जानकारी को सत्यापित करने में मदद की और हमें बताया कि वह व्यक्ति एक गिरोह का हिस्सा था. अपूर्व गुप्ता ने कहा, हमने पिछले हफ्ते उसके घर पर छापा मारा और उसे और उसके भाई को गिरफ्तार किया. उन्होंने कहा कि उनके पास से सात फोन बरामद किए गए हैं, जिनमें मूल वीडियो कॉल करने के लिए इस्तेमाल किया गया उपकरण और जबरन वसूली कॉल करने के लिए इस्तेमाल किया गया फोन और सिम कार्ड भी शामिल है.
बिना KYC के खोले गए थे बैंक अकाउंट
गिरफ्तार भाइयों की पहचान 39 वर्षीय अब्दुल रहमान और उसके भाई आमिर खान के तौर पर हुई है. ये गिरफ्तारी
राजस्थान के डीग जिले के मेवात क्षेत्र का रहने वाला है. दोनों ही आरोपियों को 5 दिनों के लिए हिरासत में भेज दिया गया है. जांच के दौरान, एक मनी ट्रेल भी स्थापित किया गया और यह पता चला कि धनराशि हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र के विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरित की गई थी. ये बैंक खाते बिना KYC के खोले गए थे.
डीसीपी गुप्ता ने कहा कि बैंक खातों के अध्ययन से हमें संदेह हुआ कि गिरोह के शिकार अन्य 25 लोग और भी हैं. पुलिस अभी इन अपराधियों के अन्य सहयोगियों का पता कर रही है. दिल्ली के चार अन्य पीड़ितों के अलावा, अन्य बिहार, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से हैं. अधिकारी ने कहा कि सेक्सटॉर्शन में शामिल तीन अन्य अपराधियों की भी पहचान की गई है.
ये भी पढ़ें-: